सनातन परंपरा में एकादाशी व्रत को भगवान श्री विष्णु की पूजा एवं व्रत के लिए बहुत ज्यादा फलदायी माना गया है. इस व्रत का धार्मिक महत्व तब और ज्यादा बढ़ जाता है जब यह वैशाख मास के शुक्लपक्ष में पड़ती है और मोहिनी एकादशी कहलाती है. आज 01 मई 2023 को यह व्रत रखा जाएगा और इस व्रत का पारण कल 02 मई 2023 को होगा. भगवान विष्णु के जिस मोहिनी अवतार से जुड़ा है यह एकादशी का व्रत, आइए उसकी पूजा एवं पारण विधि तथा श्री हरि की कृपा बरसाने वाले सरल एवं सनातनी उपाय आदि के बारे में विस्तार से जानते हैं.
किस समय पूजा और पारण करें
मोहिनी एकादशी व्रत का व्रत रखते हुए आप उनकी पूजा किसी भी समय कर सकते हैं लेकिन इसका अधिक पुण्यफल पाने के लिए शुभ मुहूर्त और शुभ योग में करना श्रेयस्कर रहेगा. पंचांग के अनुसार आज मोहिनी एकादशी के दिन अभिजित मुहूर्त सुबह 11:52 से लेकर दोपहर 12:45 बजे तक रहेगा, जबकि विजय मुहूर्त दोपहर 02:31 से लेकर 03:24 बजे तक रहेगा. इसी प्रकार मोहिनी एकादशी का पारण आप कल 02 मई 2023 को सुबह 05:40 से 08:19 बजे के कर सकते हैं.
मोहिनी एकादशी व्रत में न करें ये गलतियां
हिंदू धर्म में भगवान विष्णु की पूजा एवं व्रत के दौरान कुछ चीजों की मनाही है. हिंदू मान्यता के अनुसार मोहिनी एकादशी व्रत के दिन व्यक्ति को सात्विक चीजों का ही सेवन करना चाहिए और इस दिन भूलकर भी चावल और तामसिक चीजों से दूरी बनाए रखनी चाहिए. भगवान विष्णु की पूजा में तुलसी का बहुत ज्यादा महत्व है और भोग के साथ इसे चढ़ाया जाना बहुत ज्यादा शुभ माना गया है, लेकिन आज भूलकर भी तुलसी को पेड़ से तोड़ना नहीं चाहिए. आप चाहें तो पौधे के नीचे गिरी हुई तुलसी को धुलकर श्री हरि को चढ़ा सकते हैं.
मोहिनी एकादशी की पूजा का उपाय
आज मोहिनी एकादशी के दिन व्यक्ति को स्नान-ध्यान करने के बाद पवित्र मन से इस व्रत को करना चाहिए. पूजा का शुभ फल पाने के लिए शुभ मुहूर्त में विधि-विधान से पूजा करें और श्री हरि को दूध में केसर और तुलसीदल मिलाकर चढ़ाएं. इसके बाद मोहिनी एकादशी व्रत की कथा पढ़ें और अंत में गाय के दूध से बने शुद्ध घी का दीया जलाकर उनकी आरती करें. इस विधि से पूजा करने पर शीघ्र ही आप पर भगवान श्री विष्णु की कृपा बरसेगी और आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी.
मोहिनी एकादशी व्रत का कैसे करें पारण
मोहिनी एकादशी व्रत का पूरा फल तभी मिलता है जब आप इसका विधि-विधान से पारण करते हैं. ऐसे में इस व्रत का पारण कल 02 मई 2023 को शुभ मुहूर्त में करने के लिए सूर्योदय से पहले उठें और स्नान करने के बाद भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करें और अपने सामर्थ्य के अनुसार किसी पंडित को अन्न और धन दान करें. पारण वाले दिन चावल का अवश्य सेवन करें.
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)