पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच वायुसेना की चेतावनी पर हवाई हमले से बचाव के लिए ब्लैक आउट होगा। रात आठ बजे 19 इलाकों में सायरन बजेंगे। शाम 4 बजे से मॉकड्रिल होगी, जिसके लिए सभी विभागों में हाई अलर्ट रहेगा।
हवाई हमले की चेतावनी मिलते ही बिजली गुल हो जाएगी। जगह-जगह सायरन गूंजने लगेंगे। लोग घरों में दुबक जाएंगे। यह सब होगा बुधवार रात 8 बजे। मौका होगा हवाई हमले से बचाव के लिए मॉकड्रिल का। इस दाैरान पुलिस भी अलग-अलग इलाकों में अलर्ट रहेगी। पुलिस प्रशासन के समन्वय से ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच बुधवार को शहर में सिविल डिफेंस मॉकड्रिल आयोजित करेगा। हवाई हमले का अलर्ट रात 8 बजे होगा। 15 मिनट के लिए शहर में ब्लैक आउट हो जाएगा। ग्रीन सिग्नल होने पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होगा। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 19 इलाके चिह्नित किए हैं। जिनमें 15 इलाकों में हवाई हमले की आशंका होगी। इससे पहले शाम 4 बजे हवाई हमले से बचाव के लिए बल्केश्वर स्थित संत रामकृष्ण कॉलेज में मॉकड्रिल होगी। जहां बिल्डिंग में फंसे लोगों को निकालना, उपचार मुहैया कराना और दहशत से मुक्त रखने के बारे में बताया जाएगा।
रात 10 बजे तक चलती रहीं तैयारियां
जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में रात 10 बजे तक मॉकड्रिल, हवाई हमले से बचाव का अभ्यास व अन्य तैयारियों के लिए बैठक चलती रही। नगर निगम, एडीए, ग्राम्य विकास, विद्युत व आवश्यक सेवाओं के अलावा सिविल डिफेंस से जुड़े अधिकारी मौजूद रहे।
इन 19 इलाकों में बजेंगे सायरन
सिविल डिफेंस के पास 25 हैंड सायरन हैं। जो बिना बिजली के बजेंगे। इनके लिए कलेक्ट्रेट, नरायच, आईटीआई बल्केश्वर, रावतपाड़ा, ताजगंज, शहीद स्मारक, जयपुर हाउस, गुरुद्वारा गुरु का ताल, मोहनपुरा, रई की मंडी, कमला नगर, सेक्टर-1 आवास विकास कॉलोनी, भगवान टॉकीज, नरीपुरा और शिल्पग्राम चिह्नित है। इसके अलावा एडीए दफ्तर सहित 4 स्थानों पर इलेक्ट्रिक सायरन बजेंगे।
शाम 4 बजे से शुरू होगी मॉकड्रिल
सिविल डिफेंस के 700 से अधिक वार्डन हवाई हमले से बचाव के लिए मॉकड्रिल कराएंगे। जो इलाके में जाकर लोगों को जागरूक करेंगे। मंगलवार को एडीएम सिटी अनूप कुमार ने उप नियंत्रक एमके गुप्ता संग तैयारियों की समीक्षा की। रात 8 बजे ब्लैक आउट के समय बल्केश्वर स्थित संत राम कृष्ण कॉलेज में मॉकड्रिल होगी।
ये सिखाया जाएगा
घायलों को घटना स्थल पर प्राथमिक उपचार कैसे देना है।
बिल्डिंग ध्वस्त होने पर घायलों को कैसे बाहर निकालना है।
अग्निकांड होने पर कैसे नियंत्रण करना, क्या सावधानियां है।
अन्य अभ्यास एवं आकस्मिक स्थिति से निपटने का प्रशिक्षण।
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि पुलिस प्रशासन के समन्वय के साथ मॉकड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। इसके पीछे मकसद है कि हवाई हमले के दाैरान थल सेना और वायु सेना के साथ किस तरह से समन्वय किया जाए। हाॅस्पिटल पर हमला हो तो कैसे रेस्क्यू आपरेशन चलाया जाएगा। फायर सर्विस को कब और कहां पहुंचना है? एंबुलेंस को कब पहुंचना चाहिए? यह सब मॉकड्रिल के दाैरान देखा जाएगा। पुलिस भी विभिन्न इलाकों में रहेगी।