कुरुक्षेत्र के इस्माइलाबाद के ठसका मीरांजी के रहने वाले कृष्ण कुमार का पार्थिव शरीर अमेरिका से 13 दिन बाद गांव लाया गया। जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया। 10 फरवरी को कृष्ण का शव दिल्ली लाया गया था। देर रात ही परिजन उसके शव को गांव ले आए थे।
बता दें कि पिछले महीने 28 जनवरी को कृष्ण की अमेरिका में हादसे में मौत हाे गई थी। तभी से परिजन उसके शव को वापस लाने का प्रयास कर रहे थे। कृष्ण 2 बहनों का इकलौता भाई था। कृष्ण अपने पीछे अपने माता-पिता, पत्नी और 2 बेटे प्रतीक व हर्षित को छोड़ गया है। कृष्ण के पिता हरि सिंह पैरालाइज्ड हैं और वह अपने परिवार में इकलौता कमाने वाला था।
40 लाख रुपए आया खर्चा
वहीं गांव के पूर्व सरपंच दिलबाग सिंह गुराया ने बताया कि कृष्ण करीब 8 महीने पहले कनाडा गया था। कनाडा में कुछ दिन रुकने के बाद उसके जीजा व बुआ के बेटे के कहने पर अमेरिका चला गया था। कृष्ण के शव काे भारत लाने में करीब 40 लाख रुपए का खर्चा आया।