इजरायल और हमास (Israel and Hamas) के बीच जंग से गाजा (Gaza) में अचानक तनाव गहरा (Suddenly Tension Deepened) गया है। ईद के दिन इजरायल (Israel) ने गाजावासियों पर जमकर कहर बरपाया। इस बीच हमास ने भी अपने तेवर तीखे कर दिए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (American President Donald Trump) की विवादास्पद योजना, जिसमें दो मिलियन से अधिक गाज़ा निवासियों को मिस्र और जॉर्डन जैसे पड़ोसी देशों में बसाने की बात कही जा रही है, अब हमास के कड़े विरोध के केंद्र में आ गई है। इस फैसले के खिलाफ हमास नेता सामी अबू जुहरी (Hamas leader Sami Abu Zuhri) ने अपने समर्थकों से हथियार उठाने तक की अपील कर डाली। उनका यह बयान वैश्विक स्तर पर गंभीर प्रतिक्रिया को जन्म दे सकता है और क्षेत्र में हिंसा की एक नई लहर छेड़ सकता है। इससे मध्य पूर्व में तनाव एक बार फिर गहरा गया है।
हमास के सीनियर नेता सामी अबू जुहरी ने सोमवार को दुनिया भर में अपने समर्थकों से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना का विरोध करने के लिए हथियार उठाने का आह्वान किया। ट्रंप की यह योजना गाजा के 2 मिलियन से अधिक निवासियों को मिस्र और जॉर्डन जैसे पड़ोसी देशों में स्थानांतरित करने से संबंधित है।
अबू जुहरी ने एक बयान में कहा, “इस घातक योजना का मुकाबला करने के लिए, जो नरसंहार और भुखमरी को मिलाकर बनाई गई है, जो भी व्यक्ति हथियार उठा सकता है, उसे दुनिया में कहीं से भी कार्रवाई करनी चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा, “एक भी विस्फोटक, गोली, चाकू या पत्थर न रोकें, हर किसी को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए।”
अबू जुहरी का यह बयान इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के उस प्रस्ताव के बाद आया है, जिसमें उन्होंने हमास नेताओं को गाजा छोड़ने की अनुमति देने की पेशकश की थी, लेकिन यह शर्त रखी थी कि वे युद्ध के अंतिम चरण में गाजा से हथियारों को हटाएं।
नेतन्याहू ने कहा- हम जबरदस्ती नहीं करेंगे
नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल गाजा में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने और ट्रंप की योजना को लागू करने के लिए काम कर रहा है, जिसमें गाजा के सभी 2.4 मिलियन निवासियों का बड़े पैमाने पर विस्थापन शामिल है, जिसे उन्होंने “स्वैच्छिक प्रवासन योजना” करार दिया है। बता दें कि ट्रंप ने जनवरी में कार्यालय संभालने के बाद गाजा के निवासियों को क्षेत्र से हटाने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन बाद में इस विवादास्पद योजना से पीछे हटते हुए कहा था कि वह “जबरदस्ती” नहीं कर रहे हैं।