भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (Competition Commission of India) एक बार फिर दिग्गज टेक कंपनी (giant tech company) गूगल (google) पर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। इस बार यह जुर्माना स्मार्ट टीवी (smart TV) में मौजूद उसके ऑपरेटिंग सिस्टम को लेकर लगाया जा सकता है। गूगल पर आरोप है कि वह बाजार पर प्रभुत्व जमाने के लिए गलत हथकंडे अपनाता है। इस बाबत शिकायत मिलने के साल भर बाद अब गूगल पर एक माह में तीसरे बड़े जुर्माने की तलवार लटक रही है।
इस मामले की जानकारी रखने वालों ने बताया कि प्रतिस्पर्धा आयोग के महानिदेशक कार्यालय ने जांच करके अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। बता दें कि पिछले एक महीने में ही नियामक संस्था ने अमेरिकी की बड़ी टेक कंपनी गूगल पर 2,000 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा दिया है।
बाजार पर प्रभुत्व जमाने की कोशिश का आरोप
प्रतिस्पर्धा आयोग को जून 2021 में मिली शिकायत में आरोप लगाए गए थे कि स्मार्ट टीवी में एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल को लेकर गूगल ने बाजार पर प्रभुत्व जमाने की कोशिश की है। यह शिकायत नियामक संस्था के सामने दो वकीलों ने दायर की है। मामले को करीब से जानने वाले एक शख्स ने बताया है कि नियामक संस्था इन आरोपों की जांच कर रही है कि गूगल ने हर स्मार्ट टीवी बनाने वाली कंपनी को अपने साथ लाइसेंस एग्रीमेंट करने के लिए बाध्य किया है या नहीं।
लेना होता है लाइसेंस
हर स्मार्ट टीवी बनाने वाले को अपने टीवी में एक ऑपरेटिंग सिस्टम डाल कर देना होता है। इनमें से एक एप है गूगल का प्ले स्टोर। अगर किसी टीवी कंपनी को गूगल प्ले को अपने टीवी में डलवाना है तो इसके लिए कंपनी को गूगल के साथ लाइसेंस एग्रीमेंट करना होता है। दूसरी तरफ टीवी बनाने वाली जो कंपनियां गूगल के साथ एग्रीमेंट नहीं करती हैं उन्हें गूगल प्ले स्टोर उपलब्ध नहीं कराता। गूगल प्ले ही वह टूल है जिसके जरिये एप डाउनलोड किए जाते हैं। इन एप के जरिये ही टीवी पर ओटीटी प्लेटफॉर्म जैसी सेवाओं तक पहुंचना मुमकिन हो पाता है।