अमेरिका के टेक्सास राज्य में ग्वाडालूप नदी के किनारे स्थित ईसाई कैंप “कैम्प मिस्टिक” में आई अचानक बाढ़ के बाद एक बड़ा और हृदय विदारक हादसा हुआ है। राज्य अधिकारियों ने बताया है कि इस भीषण बाढ़ में अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है और 23 से 25 लड़कियां अब भी लापता हैं। हादसे में जिन चार मासूम बच्चियों की मौत की पुष्टि हुई है उनमें रेनी स्मजस्त्रला, सारा मार्श, जैनी हंट और लीला बोनर शामिल हैं। बाढ़ आने के समय ये सभी बच्चियाँ कैम्प मिस्टिक में रुकी हुई थीं। टेक्सास के लेफ्टिनेंट गवर्नर डैन पैट्रिक ने लोगों से विशेष रूप से प्रार्थना करने की अपील करते हुए कहा, “हम प्रार्थना कर रहे हैं कि लापता लड़कियां सुरक्षित मिल जाएं।”
जान बचाने के लिए आपात योजना और बचाव कार्य
बाढ़ के दौरान, बचाव टीमों ने लड़कियों को सुरक्षित निकालने के लिए पुल पर रस्सी बांध दी थी ताकि वे पानी के तेज़ बहाव से बच सकें। हालाँकि बाढ़ का पानी लड़कियों के घुटनों तक आ चुका था, फिर भी उन्हें हिम्मत करके बचाया गया।
केर काउंटी में कुल 51 मौतें, 14 बच्चे शामिल
केर काउंटी के शेरिफ लैरी लीथा ने बताया कि अब तक कुल 51 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 14 बच्चे और 18 वयस्क शामिल हैं। इनमें से अधिकतर मौतें कैम्प मिस्टिक और आसपास के इलाकों में हुई हैं, जो त्रासदी की भयावहता को दर्शाती हैं।
मरने वालों में माउंटेन ब्रूक, अलबामा की एक 8 वर्षीय लड़की भी शामिल है। इसके अलावा, हार्ट ओ’ द हिल्स गर्ल्स कैंप की निदेशक जेन रैग्सडेल और कैंप मिस्टिक के सह-मालिक रिचर्ड “डिक” ईस्टलैंड की भी मौत की पुष्टि हो गई है, जिससे पूरे समुदाय में शोक की लहर है।
हिल कंट्री में हालात गंभीर, रेस्क्यू अभी भी जारी
टेक्सास के हिल कंट्री इलाके में अभी भी तलाशी अभियान ज़ोरों पर जारी है, क्योंकि लापता लोगों की संख्या काफी ज़्यादा है। ऑस्टिन के आसपास बारिश अभी थमी नहीं है, जिससे पीड़ितों की संख्या और बढ़ सकती है। ट्रैविस काउंटी में भी कम से कम तीन मौतें और दस लोग लापता बताए जा रहे हैं, जो इस प्राकृतिक आपदा के व्यापक प्रभाव को दिखाता है।
स्थानीय लोगों में गुस्सा और शोक, उठे सुरक्षा पर सवाल
स्थानीय निवासियों और बच्चों के परिवारों में गहरा दुख और आक्रोश है। कई माता-पिता प्रशासन की ओर से समय पर चेतावनी न देने पर सवाल उठा रहे हैं, जिससे उनकी निराशा और बढ़ गई है।
टेक्सास के लेफ्टिनेंट गवर्नर डैन पैट्रिक ने अपनी भावुक अपील में कहा, “यह सिर्फ एक आपदा नहीं, एक सामूहिक पीड़ा है। हम ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि लापता बच्चियां सुरक्षित मिलें।”
आगे की कार्यवाही और चिंताएं
- रेस्क्यू ऑपरेशन जारी: बाढ़ के बावजूद, अभी भी नदी के किनारों, दलदली इलाकों और कैंप की इमारतों में लापता लोगों की तलाशी जारी है।
- फॉरेंसिक और डीएनए जांच: शवों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए फॉरेंसिक और डीएनए टेस्ट की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
- बाढ़ की प्रशासनिक जांच: इस बात की भी जांच की जाएगी कि क्या कैंप प्रशासन ने समय पर बाढ़ की चेतावनी का पालन किया था या इसमें कोई लापरवाही हुई है।
- कैम्पों की सुरक्षा पर सवाल: इस त्रासदी के बाद अमेरिका में ग्रीष्मकालीन कैम्पों की सुरक्षा और इमरजेंसी रेस्पॉन्स सिस्टम पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
- जलवायु परिवर्तन और अचानक बाढ़: पर्यावरणविद् इस घटना को जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ती तीव्र और अनियमित बारिश से जोड़ रहे हैं।
- मानसिक स्वास्थ्य पर असर: कई पीड़ित परिवारों और बचे हुए बच्चों को इस भयावह अनुभव के बाद ट्रॉमा और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है, जिसके लिए सहायता की आवश्यकता होगी।