देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन दे रही केंद्र सरकार अब एक नई और अनोखी परियोजना पर काम कर रही है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस बात की जानकारी दी. गडकरी के अनुसार अब सरकार इलेक्ट्रिक हाईवे को लेकर काम कर रही है. बढ़ते पॉल्यूशन को देखते हुए सरकार ने अब ये फैसला लिया है.
इन हाईवे का निर्माण कुछ ऐसा होग कि इसमें हैवी ड्यूटी इलेक्ट्रिक ट्रकों व बसों को भी आसानी से चार्ज किया जा सकेगा. एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि सरकार लगातार सौर ऊर्जा पर बेस्ड इलेक्ट्रिक हाईवे विकसित करने पर काम कर रही है. इससे न केवल नेचुरल रिसोर्सेज की बचत होगी बल्कि प्रदूषण में भी काफी कमी आएगी.
कैसा होगा ये हाईवे
नितिन गडकरी ने बताया कि इलेक्ट्रिक हाईवे पर ईवी चलाना बेहद सुविधाजनक हो जाएगा. इस हाईवे पर हैवी ड्यूटी चार्जिंग पॉइंट्स जगह जगह पर लगाए जाएंगे जिससे ईवी चालकों को चार्जिंग की सुविधा मिल सके. सरकार का प्रयास है कि इन इलेक्ट्रिक हाईवे पर सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाए, लेकिन यहां पर ओवरहैड पावर लाइन की सप्लाई भी दी जाएगी जिससे यहां पर किसी भी परिस्थिति में बिजली की आपूर्ति न रुके. इस दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार देश में बिजली आधारित पब्लिक ट्रांसपोर्ट को डवलेप करना चाहती है.
टोल प्लाजा भी होंगे
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इन हाईवे पर टोल प्लाजा भी सौर ऊर्जा से संचालित किए जाएंगे. साथ ही उन्होंने बताया कि टोल प्लाजा पर ऑटोमेटेड कलेक्शन सिस्टम को विकसित करने पर भी काम किया जा रहा है. इसके लिए दो पायलट प्रोजेक्ट पर लगातार काम चल रहा है. ये सिस्टम कुछ ऐसा होगा कि किसी भी वाहन चालक के बैंक खाते से ऑटोमैटिकली टोल चार्ज कट जाएगा. इससे टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी कतारों से लोगों को राहत मिलेगी. हालांकि फास्ट टैग का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि इसके आने के बाद टोल पर एक गाड़ी के औसत रुकने के समय में भारी कमी आई है. पहले ये समय करीब 8 मिनट था जो घटकर 45 सैकेंड हो गया है.