युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग की ओर से आयोजित आठवें राज्यस्तरीय खेल महाकुंभ का रविवार को शुभारंभ किया गया। इस मौके पर पर्वतारोही अमीषा चौहान को 50 लाख रुपये के नकद पुरस्कार दियाा गया। अमीषा अगले साल छह से 14 जनवरी तक यूरोप के स्लोवाकिया में आयोजित होने वाले डेफ ओलंपिक में स्कीइंग चैंपियनशिप में प्रतिभाग करेंगी। इसमें प्रतिभाग करने वाली अमीषा देश की एकमात्र खिलाड़ी हैं।
इसके अलावा 27वीं नेशनल फेडरेशन सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली सोनिया को दो लाख और 22वीं नेशनल फेडरेशन जूनियर अंडर-20 कप एथलेटिक्स प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले राहुल सरनालिया को एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया। युवा कल्याण निदेशालय में आयोजित महाकुंभ के उद्घाटन समारोह की शुरुआत अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर, नैनीताल, हरिद्वार, टिहरी, चमोली, उत्तरकाशी, पौड़ी गढ़वाल, ऊधमसिंह नगर और देहरादून के प्रतिभागियों के मार्च पास्ट से हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री धामी ने चंपावत की चैंपियन खिलाड़ी मीनाक्षी सिंह को मशाल सौंपी और सभी खिलाड़ियों को शपथ दिलाई।
सीएम धामी ने कहा कि लड़कों से ज्यादा लड़कियों की सक्रिय भागीदारी देखकर बेहद खुशी हुई जो आज के दौर में महिलाओं के सशक्तीकरण को दर्शाता है। यह आयोजन एक बड़ा अवसर है, जो पूरे राज्य से प्रतिभागियों को एक साथ लाता है। साथ ही विभिन्न खेलों में प्रतिभा और कौशल दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करता है। बताया कि इस वर्ष विजेता एथलीटों को 11 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।
इस मौके पर खेल एवं युवा कल्याण विभाग के विशेष प्रमुख सचिव अमित कुमार सिन्हा, युवा कल्याण एवं पीआरडी विभाग के निदेशक प्रशांत आर्या, अपर निदेशक आरसी डिमरी, संयुक्त निदेशक अजय अग्रवाल, उप निदेशक शक्ति सिंह आदि मौजूद रहे।
खेल विवि की स्थापना जल्द
मुख्यमंत्री ने कहा, जल्द ही राज्य में एक खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने की दिशा में भी काम किया जा रहा है। वहीं, खेल मंत्री रेखा आर्या ने एथलीटों के समग्र विकास पर सरकार के फोकस और आगामी राष्ट्रीय खेलों में छात्रों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में मदद करने की सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, प्रदेश में बनने वाले खेल विवि में खिलाड़ियों को पेशेवर प्रशिक्षण के साथ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभ्यास के लिए अनुकूल वातावरण मिलेगा। हमारा लक्ष्य समाज और विश्व स्तर पर खेलों की धारणा को बदलना है। उन्होंने कहा, राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने वाला एथलीट को एक लाख रुपये के पुरस्कार से नवाजा जाएगा। विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा, सभी क्षेत्रों में विशेष रूप से खेलों में ऊर्जा का पुनरुत्थान हुआ है।
पहले अभिभावक सिर्फ पढ़ाई पर देते थे ध्यान
सीएम धामी ने कहा, खेलों के प्रति लोगों का नजरिया बदल रहा है। पहले, माता-पिता केवल पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करते थे और खेल को इतना महत्व नहीं देते थे, लेकिन आज यह दृष्टिकोण बदल गया है। अब खेल को पढ़ाई के समान ही महत्वपूर्ण माना जाता है। यही वजह है अब अभिभावक अपने बच्चों को विभिन्न खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
राष्ट्रीय खेलों के लिए हम पूरी तरह तैयार
उत्तराखंड में होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों पर सीएम धामी ने कहा, राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। इसलिए प्रदेश के खिलाड़ी मेहनत करते हुए राष्ट्रीय खेलों में अपना और अपने प्रदेश का नाम रोशन करने का काम करें। कहा, उत्तराखंड को राष्ट्रीय और शीतकालीन खेलों की मेजबानी मिली है, इसके लिए आधारभूत सुविधाएं जुटाने का काम पूरा कर लिया गया है।