हरियाणा में कांग्रेस (Congress) प्रदेशाध्यक्ष उदयभान और पूर्व मुख्यमंत्री भुपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने कल चंडीगढ़ में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात की. इसके बाद, मीडिया से बातचीत करते हुए भुपेंद्र हुड्डा ने बताया कि हमने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की है.
हमारी पार्टी की ओर से इस मामले को लेकर पहले भी शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद, आज फिर हमने राज्यपाल के सामने अपनी मांग रखी है.
राष्ट्रपति शासन की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री भुपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हमने राज्यपाल से मुलाकात के दौरान बताया है कि सूबे की मौजूदा नायब सैनी सरकार के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है. चूंकि, बीजेपी सरकार में है, ऐसे में यदि फ्लोर टेस्ट या विश्वासमत होता है तो हॉर्स ट्रेडिंग हो सकती है. इसलिए विधानसभा भंग करके प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू कर चुनाव होने चाहिए.
वहीं, हाईकोर्ट में जाने की बात पर हुड्डा ने कहा कि चूंकि मामला संवैधानिक है, इसलिए राज्यपाल को पहले इस मामले को देखना चाहिए. यदि राज्यपाल इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करते हैं तो फिर हम इस मामले को देखेंगे. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार के पास 43 विधायक हैं, जो बहुमत के आंकड़े से दूर हैं.
राज्यसभा चुनाव को लेकर दी प्रतिक्रिया
राज्यसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास नंबर नहीं है. यदि दूसरी पार्टी के 15 या 16 विधायकों का हमें समर्थन मिलता है तो हम चुनाव में प्रत्याशी जरूर उतारेंगे. वर्तमान में हमारे पास 28 विधायक हैं और 3 निर्दलीय विधायकों का हमें समर्थन प्राप्त है लेकिन जीत हासिल करने वाले नंबर नहीं है. यदि दूसरे विपक्षी दलों का हमें समर्थन मिलता है तो हम इस पर विचार करेंगे.
हरियाणा विधानसभा में सीटों का गणित
हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं. तीन सीटें खाली होने के चलते 87 सीटों पर बहुमत का आंकड़ा 44 बैठता है. बीजेपी के पास इस समय 43 विधायक हैं. वहीं, विपक्ष के पास पहले 44 विधायक थे, लेकिन किरण चौधरी के बीजेपी ज्वाइन करने पर कांग्रेस के पास भी 43 विधायक ही बचें है.