केंद्र सरकार ने देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) उदय उमेश ललित को अपना उत्तराधिकारी चुनने के लिए कहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, इसे लेकर केंद्र की ओर से चीफ जस्टिस को पत्र लिखा गया है। बताया जा रहा है कि केंद्रीय कानून मंत्रालय की ओर से यह पत्र शुक्रवार सुबह ही यूयू ललित को भेजा गया है।
जस्टिस यूयू ललित 8 नवंबर को रिटायर्ड हो रहे हैं। जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ सीजीआई के बाद सबसे सीनियर न्यायाधीश हैं और इस पद के प्रमुख दावेदार हैं। मुख्य न्यायाधीश अपने उत्तराधिकारी के रूप में सबसे सीनियर जस्टिस को नामित करते हैं। इस परंपरा के अनुसार, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ देश के 50वें चीफ जस्टिस हो सकते हैं।
गौरतलब है कि इस साल विभिन्न हाई कोर्ट्स में अब तक 153 न्यायाधीशों की नियुक्ति हुई है। बॉम्बे हाई कोर्ट में गुरुवार को 6 अतिरिक्त न्यायाधीशों की नियुक्ति की गई। ऐसी सूचना है कि सरकार जल्दी ही बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता को उच्चतम न्यायालय में लाने पर फैसला कर सकती है। अगर दत्ता को सुप्रीम कोर्ट में लाया जाता है तो शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या बढ़कर 30 हो जाएगी। एससी में प्रधान न्यायाधीश सहित कुल न्यायाधीशों के 34 पद स्वीकृत हैं।
चीफ जस्टिस ललित के बारे में आपको बता दें कि यह देश के ऐसे दूसरे चीफ जस्टिस हैं, जो सुप्रीम का जज बनने से पहले किसी हाई कोर्ट के जज नहीं थे। वह वकील से सीधे इस पद पर पहुंचे थे। इससे पहले जस्टिस एसएम सीकर के नाम यह उपलब्धि थी, जो 1971 में देश के 13वें चीफ जस्टिस थे। जस्टिस ललित देश के नामी वकीलों में से एक रहे हैं और उन्हें 13 अगस्त, 2014 को सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर नियुक्ति मिली थी। तब से अब तक वह सुप्रीम कोर्ट के कई अहम फैसलों का हिस्सा रहे हैं।