गणेश उत्सव को देखते हुए बृहन्मुंबई नगर पालिका की ओर से कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर नई गाइडलाइन जारी की गई है. नए दिशा-निर्देश में बीएमसी ने लोगों से अपील की है कि राज्य में कोरोना के मौजूदा हालात को देखते हुए गणेश चतुर्थी का त्योहार सादगी के साथ मनाएं. नए दिशा-निर्देश में बीएमसी ने गणपति की मूर्ति को पंडालों में लाने के लिए शर्तों के साथ मात्र 10 लोगों को इजाजत दी है.
बीएमसी की ओर से जारी शर्त में कहा गया है कि पंडालों में स्थापित गणेश मूर्ति वही लोग लाने जा सकते हैं जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज ली हो. इसके अलावा घरों में विराजमान होने वाले गणपति की मूर्ति को लाने के लिए पांच लोगों को इजाजत दी गई है. बीएमसी ने मंडल में जाकर दर्शन करने पर रोक लगा दी है. वहीं मंडलों से अपील की है कि भक्तों के लिए गणपति के ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था करें. वहीं लोगों से भी अपील की गई है कि भीड़-भाड़ वाले जगहों पर जाने से बचें और एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें.
बीएमसी ने अपने आदेश में कहा है कि प्रसिद्ध मंडलों को ही समुद्र में गणपति की मूर्तियों को विसर्जित करने की अनुमति है. आदेश में कहा गया है कि प्रतिमा के विसर्जन के वक्त केवल 10 लोग ही जा सकते हैं. बीएमसी ने भक्तों को मूर्ति विसर्जन में जाने की अऩुमति नहीं दी है. कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए बीएमसी ने इस बार केवल 519 मंडलों को गणेशोत्सव के लिए पंडाल स्थापित करने की अनुमति दी है. राज्य सरकार की ओर से जारी दिशानिर्देशों के मुताबिक बीएमसी ने लोगों को भीड़ से बचने के लिए प्रोटोकॉल जारी किए हैं.