भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में क्रिप्टो मुद्रा बिटक्वाइन के माध्यम से गबन करके 235 करोड़ रुपए चुनावों में खर्च करने का आज आरोप लगाया और इस घोटाले की जांच कराने की मांग की। भाजपा के प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने यहां पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “आज जब ये प्रेसवार्ता हो रही है तो हमारी पहली अपील है कि झारखंड और महाराष्ट्र में लोग लोकतंत्र के पर्व में भाग लेने के लिए घर से बाहर निकलें और विकास के पक्ष में, देश के पक्ष में और अपने राज्य के पक्ष में वोट जरूर डालें।”
उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम से पता चल रहा है कि महाविकास अघाड़ी के कुछ अग्रिम पंक्ति के नेता जिनमें सुप्रिया सुले जी और कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले जी शामिल हैं। उनके द्वारा लगभग 235 करोड़ रुपये के घोटाले, गबन और उस गबन के पैसे का इस चुनाव में खर्च का पूरा ब्योरा सामने आ रहा है।
उन्होंने कहा, “ये एक गंभीर मामला है और स्वाभाविक रूप से न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश और झारखंड के लोगों को भी इस मामले को समझना चाहिए। बिटक्वाइन और क्रिप्टो करेंसी ये बहुत ही भारी शब्द होते हैं। मैं इसको बहुत ही साधारण तरीके से समझाऊंगा कि किस प्रकार राहुल गांधी के कहने पर उनके महाराष्ट्र के अध्यक्ष किस प्रकार गबन कर रहे थे और ठीक उसी प्रकार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शरद पवार गुट की नेता और सांसद सुप्रिया सुले जी ने भी किस प्रकार से गबन किया है।”
डॉ. पात्रा ने कहा, “इस मामले में कई किरदार हैं। लेकिन मुख्य किरदार रवींद्रनाथ पाटिल हैं। ये 2004 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं और इन्होंने 2010 में आईपीएस छोड़कर एक कॉर्पोरेट फर्म में नौकरी कर ली और वहां बाकायदा एक साइबर विशेषज्ञ के रूप में उन्होंने काम किया।2018 में महाराष्ट्र में एक क्रिप्टो करेंसी साइबर धोखाधड़ी हुई। उसमें जांच के लिए रवींद्रनाथ पाटिल को एक साइबर एक्सपर्ट के रूप में लगाया गया। लेकिन 2022 में ये खुद गिरफ्तार हो गए। कहीं न कहीं क्रिप्टो करेंसी साइबर अपराध से कुछ बिटक्वाइन गायब हो गए, जिसमें इनपर आरोप लगा और ये 14 महीने विचाराधीन कैदी के तौर पर जेल में रहे।”
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “जब 2018 में ये क्रिप्टो करेंसी साइबर अपराध हुआ था, तो एक क्रिप्टो मुद्रा का एक वॉलेट मिला था। उस वॉलेट में करोड़ों के बिटक्वाइन थे। अब रविन्द्र पाटिल जी का कहना है कि पुणे के पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता और भाग्यश्री ने मिलकर उस असली वॉलेट को वहां से हटा दिया और एक नकली वॉलेट वहां रख दिया और उन करोडों रुपयों को इन दोनों आईपीएस अधिकारियों ने हथिया लिया।”
उन्होंने कहा, “रवींद्रनाथ पाटिल ने अपने इंटरव्यू में कहा है कि अब गौरव मेहता को डर है कि एक बार जब बिटक्वाइन का ये वॉलेट खत्म हो जाएगा और जब वो सारे पैसे दुबई से लाकर अपने आकाओं यानी सुप्रिया सुले और नाना पटोले को दे देगा तो उसको कहीं न कहीं रास्ते से हटा दिया जाएगा। इसलिए अपनी जान बचाने के लिए वो सारी सच्चाई एक अधिकारी को बता रहा है और मीडिया के सामने लाने की कोशिश कर रहा है कि कल अगर मुझे कुछ होता है तो कम से कम लोग जानें कि कौन लोग मेरी जान के पीछे हैं। आज हम जानते हैं कि यदि गौरव मेहता को मारने की कोई साजिश होती है, तो उसके पीछे राहुल गांधी, सुप्रिया सुले या नाना पटोले उसके पीछे हैं।”
डॉ. पात्रा ने कहा, “सुप्रिया सुले के 4 ऑडियो हैं… आज सुप्रिया सुले कह रही हैं कि ये एआई से जनरेट किया गया है, ये मेरी आवाज नहीं है जबकि उनका अपना भाई कह रहा है कि ये उनकी आवाज है और साफ तौर पर हम सुन सकते हैं कि सुप्रिया सुले क्या निर्देश दे रही हैं और सिर्फ सुप्रिया सुले ही नहीं आप नाना पटोले को भी देख सकते हैं कि वो किस तरह अमिताभ गुप्ता जो कि पुलिस आयुक्त हैं उन्हें निर्देश दे रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “इस देश में लूट और भ्रष्टाचार के इस खेल में अगर कोई सबसे बड़ा खिलाड़ी है तो वह सोनिया गांधी और राहुल गांधी हैं। और जिस तरह से कथित तौर पर ये बातें हो रही हैं और इसमें करोड़ों रुपये शामिल हैं। हम चाहते हैं कि श्री राहुल गांधी इस पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करें और अपनी तरफ से सफाई भी दें कि क्या उन्होंने नाना पटोले को निर्देश नहीं दिया। जिस तरह से सुप्रिया सुले निर्देश दे रही हैं कि मेरे साथ गेम मत खेलो, मुझे तुरंत पैसों की जरूरत है और ये 235 करोड़ रुपये का लेन-देन दुबई से हो रहा है, इसके पीछे की हकीकत क्या है?”