बीजेपी के नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से वामपंथी नेताओं की मुलाकात ने केरल की सियासत में तूफान खड़ा कर दिया है। एक तरफ जावड़ेकर से मुलाकात को लेकर CPM के वरिष्ठ नेता और लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) के संयोजक ई.पी. जयराजन कटघरे में हैं, वहीं कांग्रेस ने शनिवार को केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से पूछा कि उन्होंने खुद बीजेपी नेता से मुलाकात क्यों की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के. सुधाकरन ने कहा कि मुख्यमंत्री विजयन ने खुद स्वीकार किया है कि उन्होंने जावड़ेकर से मुलाकात की थी।
सुधाकरन ने कहा, ‘विजयन ने कहा है कि वह एक सार्वजनिक बैठक के दौरान प्रकाश जावड़ेकर से मिले थे। हम जानना चाहते हैं कि वह सार्वजनिक बैठक कब और कहां हुई थी। क्या मीडिया ने उस कार्यक्रम को कवर किया था, जहां विजयन और जावड़ेकर ने हिस्सा लिया था? विजयन को बताना चाहिए कि उनकी मुलाकात कहां और क्यों हुई।’ जावड़ेकर ने एक बार एक सवाल के जवाब में कहा था कि उन्होंने CPM, कांग्रेस और CPI के नेताओं से मुलाकात की है। जावड़ेकर से मुलाकात के बारे में सुधाकरन से पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि जावड़ेकर काले हैं या सफेद, मैं उनसे कभी नहीं मिला।’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘विजयन जानते हैं कि उन्हें कुछ मामलों में बीजेपी की मदद की जरूरत है। इन मामलों में वह और उनकी बेटी शामिल हैं।’ विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन ने पिछले महीने कहा था कि उन्होंने CPM से पूछा था कि जयराजन LDF के संयोजक हैं या NDA के। सतीसन ने कहा, ‘जावड़ेकर के साथ जयराजन की मुलाकात विजयन की जानकारी में थी, लेकिन अब जयराजन को खलनायक बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि हम लंबे समय से कह रहे हैं कि CPM और BJP के बीच गुप्त समझौता है और यह अब खुलकर सामने आ गया है।’
सतीसन ने कहा, ‘इस मामले में मुख्य आरोपी विजयन हैं और अब ऐसा लग रहा है कि जयराजन को बलि का बकरा बनाया जा रहा है।’ उन्होंने सीएम विजयन से जावड़ेकर के साथ बैठकों पर सफाई देने की मांग की। बता दें कि भले ही कांग्रेस और CPM दोनों I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल हैं लेकिन केरल में ये पार्टियां आमने-सामने हैं और इनके बीच बयानबाजी भी खूब हो रही है।