बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तारीखें मुकर्रर हो चुकीं हैं। कल सीटों का बंटवारा भी हो गया, और आज इसका औपचारिक ऐलान भी कर दिया जाएगा। सीट बंटवारे से पहले तरह-तरह की चर्चाएं अपने शबाब पर थी, जिस तरह से लोजपा के अध्यक्ष चीराग का रूख एनडीए के विरोध में बताया जा रहा था, जो खासा चर्चा में रहा। उधर, लोजपा की अगुवाई में जिस तरह के पोस्टर पटना की सडकों पर दिखें हैं। उसने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचने का काम किया।
खैर, थोड़ी लंबी जरूर चली यह उंहापोह की दुकान, मगर अब महागठबंधन के दलों के बीच सीटों का बंटवारा तय हो गया, लेकिन कल प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कुछ ऐसा हो गया, जिसकी कल्पना चुनाव से पहले तो फिलहाल किसी ने नहीं की थी। अब अगर इसे आसान शब्दों में समझें तो चुनाव से पहले ही समझिए की महागठबंधन पत्तों के दुर्ग की तरह बिखर गया। ऐसा इसलिए..क्योंकि महागठबंधन से विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने पहले तो प्रेस कांफ्रेंस का बहिष्कार किया। इतना ही नहीं, प्रेस कांफ्रेंस के दौरान तेजस्वी यादव मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए और कहां मैं महागठबंधन छोड़कर जा रहा हूं।
ऐसा हुआ क्यों?
अब सवाल यह है कि आखिर ऐसा हुआ क्यों? मुकेश सहनी में यह असंतुष्टि के स्वर क्यों उभरे? तो यहां पर हम आपको बताते चले कि मुकेश महागठबंधन से 25 सीटें व उपमुख्यमंत्री के पद की मांग कर रहे थे, लेकिन महागठबंधन को उनकी यह मांग रास नहीं आई और फिर नतीजा यह निकला कि मुकेश ने कल बकायदा खुली सभा में प्रेस कांफ्रेंस का बहिष्कार किया। मुकेश ने कहा कि हमारे साथ जो हो रहा है। यह ठीक नहीं है। अब मैं इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी देने हेतु कल मीडिया को संबोधित करूंगा।
सीटों का हो चुका है बंटवारा
यहां पर हम आपको बताते चले कि कल लंबी चली मैराथन बैठक के बाद महागठबंधन के दलों के बीच सीटों का बंटवारा हो चुका है। आरजेडी 144, कांग्रेस 70 और लेफ्ट 29 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। आज इस संदर्भ में महागठबंधन का इसका औपचारिक ऐलान करेगा।