एक बार फिर सीमा हैदर का मामला सुर्खियों में है। पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते भारत आई सीमा हैदर को लेकर कानूनी और राजनीतिक बहस तेज़ हो गई है। पाकिस्तान में रहने वाले उनके पति गुलाम हैदर के वकील मोमिन मलिक ने अब भारत सरकार से सार्वजनिक रूप से मांग की है कि सीमा और उसके बच्चों को तुरंत पाकिस्तान वापस भेजा जाए। उन्होंने इसे भारत की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा बताया है।
वकील की दो टूक: पासपोर्ट नहीं, वीजा नहीं, फिर रह क्यों रही है भारत में?
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मोमिन मलिक ने कहा कि सीमा हैदर 3 जुलाई 2023 को बिना किसी वैध दस्तावेज के नेपाल के रास्ते भारत में दाखिल हुई थी। न तो उसके पास पासपोर्ट था, न ही वीजा। इसके बावजूद वह न सिर्फ भारत में रह रही है, बल्कि ज़मानत पर रिहा होकर खुलेआम घूम भी रही है। वकील ने सवाल उठाया कि जब अन्य पाकिस्तानी नागरिकों को अवैध प्रवास के चलते डिपोर्ट किया जा रहा है, तो सीमा को यह विशेष छूट क्यों?
देश की सुरक्षा पहले: डिपोर्ट की मांग
मोमिन मलिक ने यह भी कहा कि सीमा का भारत में रहना एक सुरक्षा जोखिम बन सकता है। उन्होंने मांग की कि या तो उसे तत्काल डिपोर्ट किया जाए या फिर उसकी ज़मानत रद्द करके जेल भेजा जाए। वकील ने यह भी दावा किया कि सीमा हैदर भारत में मोबाइल सिम का इस्तेमाल कर रही है और उसकी कॉल्स किससे होती हैं, यह स्पष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
सीमा के कश्मीर कनेक्शन पर भी सवाल
वकील ने एक और गंभीर आरोप लगाया कि सीमा ने खुद स्वीकार किया है कि उसके कश्मीर में भी संबंध हैं। उन्होंने इसके आधार पर आशंका जताई कि यह मामला केवल पारिवारिक या प्रेम कहानी का नहीं, बल्कि एक गहरा सुरक्षा मामला हो सकता है।गौरतलब है कि हाल ही में पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में तनाव बढ़ा है। दोनों देशों ने वीजा पर आए नागरिकों को वापसी के निर्देश दिए हैं। इस पृष्ठभूमि में सीमा हैदर का भारत में बने रहना और उसका नाम डिपोर्ट लिस्ट में न आना, कई सवाल खड़े करता है।