पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने एक बार फिर विभाग के डिफाल्टर उपभोक्ताओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। परिणामस्वरूप मात्र 10 दिनों में 50 से अधिक डिफाल्टरों के घरों व व्यावसायिक स्थलों के बिजली कनेक्शन काटे गए तथा 80 लाख से अधिक का बकाया बिल वसूला गया। जानकारी देते हुए पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन खमाणों के एस.डी.ओ. अमरजीत सिंह बाठ ने कहा कि पावरकॉम निगम के उच्च अधिकारियों के निर्देश पर डिफाल्टरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने डिफाल्टरों को एक सप्ताह का मौका देते हुए कहा कि यदि मौका दिए जाने के बावजूद वे पैसा जमा नहीं कराते हैं तो उनके मीटर काट दिए जाएंगे तथा कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। इसलिए बिजली विभाग के डिफाल्टर जल्द से जल्द अपना बकाया भुगतान कर दें ताकि विभाग द्वारा उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न की जाए।
बता दें कि इससे पहले बड़ा एक्शन लेते हुए मात्र 3 दिनों में ही 100 से अधिक डिफाल्टर उपभोक्ताओं के घरों और कमर्शियल स्थानों पर लगे बिजली कनेक्शन काट 1 करोड़ रुपए से अधिक के बकाया बिलों की रिकवरी की है। पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन की टीम ने सुंदर नगर डिवीजन के एक्सियन जगमोहन सिंह जंडू की अगवाई में विभिन्न इलाकों में डिफाल्टर उपभोक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की है। पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन ईस्ट सर्किल के डिप्टी चीफ इंजीनियर सुरजीत सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा डिफाल्टर उपभोक्ताओं को कई बार बिल जमा करवाने संबंधी जागरूक किया ताकि बाद में उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
उन्होंने बताया कि डिफाल्टर उपभोक्ताओं के पिछले लंबे समय से बकाया चल रहे बिलों की रिकवरी को और आसान बनाने के लिए पावरकॉम द्वारा वन टाइम सेटलमैंट पॉलिसी चलाकर डिफाल्टर उपभोक्ताओं को बड़ी राहत प्रदान की जिसमें संबंधित उपभोक्ताओं को जुर्माना राशि में भारी छूट प्रदान की थी। इसके बावजूद जिन उपभोक्ताओं द्वारा बिजली के बिल जमा नहीं करवाए अब उनके खिलाफ पावरकॉम विभाग की टीमें सड़कों पर उतरकर बड़ा एक्शन लेने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा पावरकॉम विभाग ने डिफाल्टर उपभोक्ताओं के खिलाफ चलाया अभियान लगातार जारी है। ऐसे में बिजली का कनैक्शन काटने और होने वाली परेशानियों से बचने के लिए डिफ़ॉल्ट उपभोक्ता अपने बिजली के बकाया खड़े बिल जमा करने के लिए खुद सामने आए ताकि विभागीय कार्रवाई दौरान लगने वाले भारी भरकम जुर्माने और ब्याज राशि जैसी जटिल समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने साफ किया कि 31 मार्च को बिजली के बड़ाया बिलों की क्लोजिंग तिथि होने के कारण पावर काम की टीम द्वारा किसी भी डिफाल्टर उपभोक्ता से कोई भी हमदर्दी नहीं दिखाई जाएगी।