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BB 14: शिवेसना के अल्टीमेटम के बाद जान कुमार सानू और चैनल ने मांगी माफी, मराठी भाषा पर कह डाली थी ये बात

टीवी का पॉपुलर रियलिटी शो बिग बॉस का विवादों के गहरा नाता है। हर बार ये शो टास्क और कंटेस्टेंट के बीच होने वाली लड़ाई-झगड़ों की वजह से कॉन्ट्रोवर्स में आता है लेकिन इस बार सीजन 14 कुमार सानू के बेटे जान कुमार सानू की वजह से विवादों में आ गया है। शो में जान कुमार सानू ने मराठी भाषा के लिए कुछ ऐसा कर दिया। जिसे सुन शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) काफी ज्यादा नाराज हो गए है। जिस वजह से चारो तरफ शो की आलोचना हो रही है। ऐसे में जान कुमार सानू और चैनल को सामने आकर लोगों से माफी मांगनी पड़ी। वहीं, चैनल ने भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को माफी पत्र लिखा है।

ये है पूरा मामला
दरअसल शो में एक एपिसोड के दौरान निक्की तंबोली, राहुल वैद्या से मराठी भाषा में बात करती है। इसी दौरान जान निक्की तंबोली से कहते है कि उन्हें चिढ़ होती है इसलिए निक्की उनके सामने राहुल से सिर्फ हिंदी भाषा में ही बात करें। ये एपिसोड 27 अक्टूबर का है। इस एपिसोड में राहुल की इस टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर काफी बवाल मच गया। शिवसेना ने सोशल मीडिया पर बिग बॉस शो के निर्माताओं से गुजारिश की, कि वह इस शो से जान को बाहर निकाले। इसके साथ ही शिवेसना ने शो से माफी की मांग की। जिसके चलते शो जान कुमार सानू और कलर्स चैनल को सामने आकर माफी मांगनी पड़ी।

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जान कुमार सानू ने मांगी माफी
बिग बॉस में जान कुमार सानू कंफेशन रूम में आकर माफी मांगते हुए नजर आए। जिसका वीडियो भी सामने आया। वीडियो में बिग बॉस द्वारा जान को कंफेशन रूम में बुलाया जाता है। इस दौरान बिग बॉस उन्हें किसी भी भाषा के प्रति ऐसी टिप्पणी करने को लेकर सचेत करते है। इसके बाद जान कुमार सानू भी लोगों से मांफी मागते है।

चैनल का माफीनामा
वहीं, चैनल कलर्स के प्रबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को माफीनामा भेजा गया है। इस माफीमाने में कहा गया है कि ’27 अक्टूबर को कलर्स चैनल पर प्रसारित हुए बिग बॉस के एपिसोड में मराठी भाषा पर किए गए कमेंट पर काफी लोगों ने आपत्ति जताई है। हमने इस आपत्ति पर उनका पूरा संज्ञान लिया है और ब्रॉडकास्ट किए गए उस एपिसोड से हमेशा के लिए उस दृश्य को निकाल दिया गया है। हमारा मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। इसके लिए हम लोगों से और सरकार से माफी मांगते हैं। हम देश की हर एक भाषा का पूरा सम्मान करते हैं। उसमें मराठी भी शामिल है।’