रामलला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव (Pran Pratishtha Mahotsav of Ramlala) के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को निमंत्रण (Invitation) पत्र भेज दिया गया है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने महोत्सव के लिए 15 से 24 जनवरी के बीच समय मांगा है। सोमवार को राममंदिर निर्माण समिति (Ram Mandir Construction Committee) की बैठक के बाद महासचिव चंपत राय (Champat Rai) ने बताया कि पीएम मोदी से अपील की गई है कि प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में उनके शामिल होने से पूरे विश्व में भारत का मान बढ़ेगा।
चंपत राय ने बताया कि महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने की रूपरेखा तैयार की जा रही है। सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा प्रबंधन समिति के सदस्यों के साथ भी करीब तीन घंटे तक बैठक की गई। इसमें संघ के पूर्व सर सह कार्यवाह भैयाजी जोशी भी मौजूद रहे। बैठक में तय हुआ है कि देश का कोई भी मंदिर, गांव, कस्बा महोत्सव के उल्लास से अछूता न रह जाए। पूरे देश में महोत्सव की होर्डिंग लगाई जाएंगी। इसे ट्रस्ट तैयार करा रहा है। बैठक में राम जन्मभूमि परिसर में महोत्सव के दौरान 10,000 कुर्सियां कहां लग सकती हैं, इसे लेकर स्थान भी देखा गया है। मेहमानों की सुविधाओं पर भी विचार विमर्श किया गया। प्राण प्रतिष्ठा प्रबंधन समिति की बैठक हर 15 दिन में हो रही है। प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या का क्या दृश्य होगा, इसे लेकर अनुभवी कार्यकर्ताओं की टीम के साथ लगातार मंथन चल रहा है।
पहली बार चार दिन चलेगी समिति की बैठक
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि यह पहला अवसर है कि जब राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक चार दिन तक होने जा रही है। बताया कि 22 जनवरी को भी दोपहर 2:00 बजे से बैठक हुई थी। 23 व 24 को भी मंदिर निर्माण की प्रगति और प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर बैठक की गई। मंगलवार को भी सुबह बैठक होगी।
परकोटे में बनेंगी कांस्य की 90 मूर्तियां
अयोध्या। मंदिर निर्माण समिति की बैठक में राम मंदिर के लिए के लिए चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई। चम्पत राय ने बताया कि राम मंदिर के परकोटे में 90 मूर्तियां बनाई जानी है जो कि कांस्य की बनेगी। मंदिर के खंभों में देवी-देवताओं की मूर्तियां बन रही हैं जिसकी संख्या 6000 से अधिक होगी। परकोटे में भी 90 पैनल को लगाए जाने की बात सामने आई है जो कांस्य के होंगे। बताया कि मंदिर के प्रवेश द्वार पर दो सिंह, दो गज, एक हनुमान जी और एक गरुण जी की मूर्ति बनेगी। परकोटा में भी छह मंदिर बनने हैं। उन मंदिरों के लिए मूर्तियों का चयन किए जाने के लिए ट्रस्ट का एक प्रतिनिधिमंडल अगस्त माह में राजस्थान जएगा। इस दौरान राम मंदिर के ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्रा भी मौजूद रहे।।
निर्विघ्न मंदिर निर्माण के लिए हो रहे कई अनुष्ठान
चम्पत राय ने बताया कि भगवान श्री रामलला का भव्य मंदिर बिना बाधा के बने, इसके लिए अनेक प्रकार के अनुष्ठान चल रहे हैं। इस समय तीर्थ क्षेत्र भवन रामकोट में ऋग्वेद, सामवेद, कृष्ण यजुर्वेद, शुक्ल यजुर्वेद के मंत्रों की आहुतियां चल रही हैं। वाल्मीकि रामायण और श्रीमद्भागवत का भी पाठ चल रहा है। काशी के वेद विद्वान और महाराष्ट्र के वैदिक आचार्य अलग-अलग अनुष्ठान कर रहे हैं। नवंबर 2022 से मंदिर निर्माण होने तक वैदिक मंत्रों का उच्चारण और हवन भी चल रहा है।