असम के गोलाघाट जिले के एक सुदूरवर्ती गांव में तीन लोगों ने बकरी चुराने के संदेह में 45 वर्षीय व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी। पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। डेरगांव थाना क्षेत्र के ममरानी गांव में शनिवार रात स्थानीय लोगों की मौजूदगी में हुई इस घटना के सिलसिले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। डेरगांव पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी प्रदीप चौधरी ने बताया, ”मृतक की पहचान संजय दास के रूप में हुई है। उनके परिवार के सदस्य कुछ समय पहले थाने गए थे। शिकायत मिलने पर मामला दर्ज कर लिया गया है।” पुलिस के मुताबिक दास पर तीन लोगों ने हमला किया था, जो उसी गांव के निवासी हैं।
हमले के बाद दास को पहले डेरगांव सिविल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां के चिकित्सकों ने उसे जोरहाट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जेएमसीएच) स्थानांतरित कर दिया। दास की रविवार तड़के मौत हो गई। पुलिस ने जिन दो आरोपियों को हिरासत में लिया है, उनसे मामले की विस्तृत जानकारी हासिल करने के लिए पूछताछ की जा रही है। चौधरी ने बताया, ”हमारी जानकारी के अनुसार आरोपियों में से एक व्यक्ति की बकरी गायब हो गई थी और दास पर इसे चोरी करने का संदेह था। बकरी के मालिक ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर दास की पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई।” असम विधानसभा के हाल में संपन्न शीतकालीन सत्र के दौरान, सरकार ने कहा था कि वह कुछ अन्य राज्यों के समान पीट-पीटकर हत्या के मामलों के खिलाफ एक विधेयक लाने पर चर्चा करेगी। जोरहाट शहर में 29 नवंबर को एक दुर्घटना को लेकर तीखी बहस के बाद भीड़ ने ऑल असम स्टूडेंट यूनियन (आसू) नेता अनिमेष भुइयां की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी।