गोपी बिरला मेमोरियल स्कूल की कक्षा 8C की छात्रा अनाया शाह ने एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। वह वीर गाथा 4.0 के सुपर 100 विजेताओं में से एक बनी हैं। यह प्रतिष्ठित पहल रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित की जाती है, जिसका उद्देश्य भारत के वीरों की वीरता को सम्मानित करना है। अनाया के अद्भुत चित्रकला के हुनर के लिए उन्हें इस सम्मान से नवाजा गया।
अनाया, महाराष्ट्र के 20 विजेताओं में से एक हैं, अपने आयु वर्ग में देशभर के 25 विजेताओं में शामिल हैं और पूरे भारत में चुने गए शीर्ष 100 प्रतिभागियों में स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने यह पुरस्कार दिल्ली में माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से प्राप्त किया और कर्तव्यपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में भी भाग लिया।
अपनी खुशी व्यक्त करते हुए अनाया शाह ने कहा,”इस पुरस्कार को जीतना मेरे लिए बेहद खास है! अपनी रचनात्मकता के माध्यम से हमारे देश के वीर नायकों को सम्मानित करना एक अद्भुत अनुभव है। मेरे स्कूल ने मुझे सिखाया है कि शिक्षा केवल एकेडमिक ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि आत्म-अभिव्यक्ति और अपनी प्रतिभा को खोजने का माध्यम भी है। मैं अपने शिक्षकों की आभारी हूं, जिन्होंने मेरी रचनात्मकता को प्रोत्साहित किया और इसे निखारने में मदद की।”
गोपी बिरला मेमोरियल स्कूल की प्राचार्या, श्रीमती मधु वाडके ने कहा, “हमारे स्कूल में हम हर बच्चे के पूरे विकास में विश्वास रखते हैं। अनाया की यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि जब छात्रों को सही अवसर और प्रोत्साहन दिया जाता है, तो प्रतिभा, रचनात्मकता और मेहनत एक साथ अपना अद्भुत परिणाम देती है। हमें अनाया पर बेहद गर्व है और हम कामना करते हैं कि वह इसी तरह आगे भी सफलता की नई ऊंचाइयां छूती रहें।”
गोपी बिरला मेमोरियल स्कूल की स्थापना 1953 में श्रीमती गोपी बिरला द्वारा की गई थी। यह बिरला इंडस्ट्रीज़ ग्रुप चैरिटेबल ट्रस्ट (BIGCT) का हिस्सा है और यश बिरला ग्रुप समुदाय का एक अभिन्न अंग है। स्कूल ने हमेशा छात्रों के समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए कार्य किया है और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता की मिसाल कायम की है। 2014 में, इस स्कूल को CBSE से कक्षा XII तक की स्थायी संबद्धता प्राप्त हुई, जिससे यह भारत के अग्रणी शैक्षणिक संस्थानों में शामिल हो गया।