कांग्रेस की प्रदेश कमेटी, सभी जिला, शहर और ब्लॉक कमेटी को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के सी वेणुगोपाल ने बृहस्पतिवार देर रात कमेटी भंग करने का आदेश जारी कर दिया। अब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेशभर में सभी कमेटियां नए सिरे से गठित की जाएंगी।
लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश में नए सिरे से संगठन के विस्तार की रणनीति बनी थी । प्रदेश कार्यकारिणी और जिला कार्यकारिणी के विस्तारीकरण की योजना बनी। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कई जिलोंका दौरा भी किया।
इस बीच कांग्रेस केंद्रीय कमेटी की बैठक हुई, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभी राज्यों में प्रदेश से लेकर ब्लॉक स्तर पर पुनर्गठन का निर्देश दिया। ऐसे में उत्तर प्रदेश में इसकी शुरुआत हो गई है।
अब यहां सभी कमेटियां को नए सिरे से गठन किया जाएगा। प्रदेश में लगाए गए सभी छह राष्ट्रीय सचिव, प्रदेश अधक्ष जिलेवार दौरा करेंगे। जिलों के सक्रिय नेताओं को चिन्हित कर उन्हें जिम्मेदारी सौंपेंगे। प्रदेश से लेकर ब्लॉक स्तर की कमेटी को विधानसभा चुनाव के लिए तैयार किया जाएगा। मालूम हो कि अजय राय 17 अगस्त 2023 को प्रदेश अध्यक्ष बने थे और 25 नवंबर को प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा की थी।
ये थी प्रदेश कार्यकारिणी
यूपी कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी में 16 उपाध्यक्ष, 38 महासचिव और 76 सचिव बनाए गए थे। करीब 67 फीसदी पदाधिकारियों की उम्र 50 साल से कम थे। उदयपुर चिंतन शिविर में की कई घोषणाओं को लागू कर करीब 68 प्रतिशत से ज्यादा भागीदारी पिछड़े और दलितों एवं अल्पसंख्यकों को दी गई थी।
प्रदेश कार्यकारिणी में 23 दलित, 22 मुसलमान और 44 ओबीसी वर्ग के नेताओं को शामिल किया गया था। सामान्य वर्ग में 12 ठाकुर, 16 ब्राह्मण, तीन भूमिहार सहित 41 लोगों को जगह मिली थी।