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जींद के सरकारी अस्पताल में रचा गया एक अनोखा इतिहास, पढ़कर आपका भी दिल हो जाएगा खुश

जींद में चिकित्सा इतिहास का एक अत्यंत विशेष अध्याय लिखा गया। यहां पहली बार ट्रिप्लेट प्रेग्नेंसी (तीन बच्चों की एक साथ गर्भावस्था) का सफल सीज़ेरियन ऑपरेशन किया गया। यह ऑपरेशन न केवल तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण था, बल्कि भावनात्मक रूप से भी पूरी टीम के लिए एक अनमोल अनुभव रहा।

ट्रिप्लेट प्रेग्नेंसी अपने आप में एक अत्यंत दुर्लभ स्थिति होती है। यह प्राकृतिक रूप से केवल लगभग 0.01% मामलों में ही पाई जाती है। इतना ही नहीं चिकित्सा आंकड़ों के अनुसार ऐसे मामलों में मां और तीनों बच्चों का पूरी तरह स्वस्थ रहना केवल लगभग 30% मामलों में ही संभव हो पाता है। इस अत्यंत जटिल सर्जरी को डॉ. राशी (गायनेकोलॉजिस्ट) के नेतृत्व में सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। उनकी संवेदनशीलता, अनुभव और आत्मविश्वास ने मां और तीनों नवजातों को सुरक्षित जीवन की राह दी।
परिवार की आंखों में नमी, दिल में खुशी

डॉ. मृत्युंजय गुप्ता ने इस जटिल केस में स्पाइनल एनेस्थीसिया के माध्यम से ऑपरेशन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। नर्सिंग स्टाफ से कुलदीप, जन्नत, और सहयोगी स्टाफ से सरोज, सुनीता सहित पूरी टीम ने अपने समर्पण से इस असाधारण कार्य को संभव बनाया। ऑपरेशन के बाद मां और तीनों नवजात दो पुत्र और एक पुत्री पूरी तरह स्वस्थ हैं। परिवार की आंखों में नमी, दिल में खुशी और होंठों पर एक सुकून भरी मुस्कान थी। यह सिर्फ एक ऑपरेशन नहीं, बल्कि उम्मीद, सेवा और समर्पण की मिसाल थी। जब से नागरिक अस्पताल जींद में नियमित गायनेकोलॉजिस्ट की तैनाती हुई है। प्रतिदिन 4-5 सीजेरियन ऑपरेशन सफलतापूर्वक किए जा रहे हैं। इससे जिले की महिलाओं को अब घर के पास ही सुरक्षित मातृत्व सेवाएं मिल रही हैं, जो पहले बड़े शहरों तक सीमित थीं।

जींद के सरकारी अस्पताल में रच दिया नया इतिहास

इस अनोखी उपलब्धि पर डॉ. भोला (डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट) ने पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि नागरिक अस्पताल जींद में अब ऐसे दुर्लभ और विशेष ऑपरेशन भी संभव हैं। हम भविष्य में भी मरीजों को हर स्तर पर सर्वोत्तम सेवाएं देने के लिए संकल्पबद्ध हैं। तीन नवजीवन, एक मांं की मुस्कान, और एक टीम का समर्पण जींद के सरकारी अस्पताल ने आज वाकई एक नया इतिहास रच दिया।