गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति शुक्रवार को और बिगड़ सकती है। अरब सागर में एक डीप डिप्रेशन का प्रभाव देखते हुए, मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि यह सिस्टम चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। इस कारण कच्छ और सौराष्ट्र में तूफानी बारिश की आशंका है। मौसम विभाग के अनुसार, यह डीप डिप्रेशन पिछले 80 साल में चौथा ऐसा तूफान है जो जमीन के ऊपर उत्पन्न होकर अरब सागर की ओर बढ़ रहा है। विभाग ने इसे एक बेहद दुर्लभ घटना बताया है। अरब सागर में बनने वाला यह चक्रवाती तूफान 1964 के बाद का पहला ऐसा तूफान होगा।
वर्तमान में, यह डीप डिप्रेशन सौराष्ट्र और कच्छ के ऊपर है और पश्चिम की दिशा में बढ़ रहा है। यह सिस्टम समुद्र की गर्मी को अपने साथ लाकर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना रखता है। इसके प्रभाव से कच्छ, सौराष्ट्र और पाकिस्तान के तटीय क्षेत्रों में सबसे अधिक असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने पहले भी 1944, 1964 और 1976 में इस तरह की दुर्लभ मौसम परिस्थितियों की जानकारी दी है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी है।
मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान की वजह से आज सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके अतिरिक्त, जामनगर, पोरबंदर और मोरबी में भी बेहद तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 7 दिनों तक गुजरात में लगातार बारिश होने की संभावना है। आज, 30 अगस्त को कच्छ, मोरबी, जामनगर और द्वारका में भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, राजकोट, पोरबंदर और जूनागढ़ में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है।