उत्तराखंड (Uttarakhand) में कोरोना (Corona) के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है और राज्य में शनिवार को कोरोना के 1560 नए मरीज मिले और संक्रमण (Corona Infection) की दर दस फीसद के खतरनाक स्तर को पार कर गई है. वहीं राज्य की राजधानी देहरादून और पर्यटन नगरी नैनीताल कोरोना संक्रमण के बड़े हॉटस्पाट बने हुए हैं और इन दो शहरों में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले मिले हैं.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शनिवार को दून में 537, नैनीताल में 404 नए कोरोना के मामले में मिले हैं. क्योंकि इन दोनों शहरों में बाहर के लोगों की आवाजाही जारी है और चुनाव होने के कारण इन दोनों जिले में कोरोना के मामले तेज देखे जा रहे हैं. वहीं हरिद्वार में 303, पिथौरागढ़ में 82, अल्मोड़ा में 52, चंपावत में 46, यूएस नगर में 37, टिहरी में 28, उत्तरकाशी में 20, पौड़ी में 24, बागेश्वर में 13। चमोली में आठ और रुद्रप्रयाग में छह नए कोरोना संक्रमित मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शनिवार को राज्य के अस्पतालों से 270 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है. राज्य में नए मामले सामने आने के बाद सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 3254 तक पहुंच गई है. इसके साथ ही राज्य की संक्रमण की दर 10.26 फीसदी के पार चली गई है. विभाग का कहना है कि राज्य में 15 हजार नमूनों की रिपोर्ट आई जबकि 16 हजार नमूनों को जांच के लिए भेजा गया था.
दून में संक्रमण दर 16.19 फीसदी पहुंची
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर में देहरादून में कोरोना संक्रमण तेज थी और वर्तमान में संक्रमण दर में तेजी से इजाफा हो रहा है. शनिवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन में दून की संक्रमण दर 16.19 फीसदी थी. जबकि पिछले साल 14 मई को राजधानी की संक्रमण दर 16.92 फीसदी रिकार्ड की गई थी.
संक्रमितों में लक्षण नहीं
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि वर्तमान में मई माह की तरह संक्रमितों में गंभीर लक्षण नहीं दिख रहे जबकि मई के महीने में संक्रमितों में गंभीर लक्षण देखे गए थे. लेकिन चिंता की बात ये है कि महज 3315 व्यक्तियों की जांच में संक्रमण दर 16 फीसदी रिकार्ड की गई है. जबकि 14 मई को 9354 व्यक्तियों की जांच की गई थी और संक्रमण दर 16 फीसदी मिली थी. वहीं इससे बात साफ होती है कि अगर मई की तुलना में जांच की जाती है तो संक्रमण दर ज्यादा हो सकती है.