आजकल लोगों में फर्टिलिटी से जुड़ी तमाम समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं. इसके कारण महिलाओं को कंसीव करने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ज्यादातर विशेषज्ञ की इसकी वजह गलत लाइफस्टाइल को मानते हैं. कई बार जाने अनजाने हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिनका खामियाजा बाद में हमें चुकाना पड़ता है.
इसलिए बेहतर है कि पहले से ही इतना सजग रहा जाए, कि उन समस्याओं का सामना करने की जरूरत ही न पड़े. अगर आपकी भी नई नई शादी हुई है और अब प्रेगनेंसी प्लान करने के बारे में विचार कर रही हैं, तो कुछ आदतों को गुडबाय बोल देना बहुत जरूरी है. जाने अनजाने की गई कुछ गलतियां आपके लिए मां बनने में समस्याएं पैदा कर सकती हैं. यहां जानिए उनके बारे में.
हार्डकोर ट्रेनिंग एक्सरसाइज : फिट रहना अच्छी बात है, लेकिन इसके लिए हार्डकोर एक्सरसाइज करने की गलती न करें. हार्ड कोर ट्रेनिंग एक्सरसाइज से बॉडी में हार्मोन पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है, जिससे कई बार आपके पीरियड्स असंतुलित हो जाते हैं और फर्टिलिटी से जुड़ी दिक्कत आ जाती है. इसकी जगह योगाभ्यास करें और अपने खानपान की आदतों को सुधारें.
स्मोकिंग और अल्कोहल : अगर आप स्मोकिंग या अल्कोहल लेने की शौकीन हैं, तो आपको इस आदत को हमेशा के लिए गुडबाय बोल देना चाहिए. स्मोकिंग और अल्कोहल आपकी सेहत पर बुरा असर डालते हैं. साथ ही प्रेगनेंसी में भी समस्या पैदा करते हैं. कई बार इसके कारण महिलाओं को मेनोपॉज के लक्षण भी दिखाई देते हैं. स्मोकिंग या अल्कोहल को पुरुषों के लिए भी ठीक नहीं माना जाता. इसकी वजह से पुरुषों की स्पर्म क्वालिटी प्रभावित होती है और स्पर्म के स्ट्रक्चर पर भी असर होता है.
स्ट्रेस लेने की आदत : आज के समय में वर्कप्रेशर इतना बढ़ गया है, कि लोगों को न चाहते हुए भी स्ट्रेस का सामना करना पड़ता है. लेकिन अगर आप मां बनने का सपना देख रही हैं, तो आपको स्ट्रेस लेने से बचना है. स्ट्रेस से सिर्फ महिला ही नहीं, बल्कि पुरुषों की भी फर्टिलिटी पर नकारात्मक असर पड़ता है. ध्यान रखिए कि स्ट्रेस लेने से कभी आपकी समस्या का समाधान नहीं होता, बल्कि आप अपने लिए परेशानियों को बढ़ा लेते हैं. इसलिए स्ट्रेस लेने की बजाय उसके समाधान पर विचार कीजिए. अगर आपको समाधान न मिले तो उस समस्या को कुछ समय के लिए वक्त पर छोड़ दें.
फिश से करें परहेज : कुछ फिश में मर्करी की मात्रा ज्यादा होती है. वहीं माना जाता है कि ब्लड में मर्करी की ज्यादा मात्रा होने पर फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं हो जाती हैं. इसलिए आप अगर कंसीव करने की प्लानिंग कर रही हैं, तो फिश का बहुत सेवन न करें. अगर प्रेगनेंट हो चुकी हैं, तो भी इसके अधिक सेवन से परहेज करें क्योंकि तमाम विशेषज्ञों का मानना है कि इससे भ्रूण के दिमाग और नर्वस सिस्टम के विकास पर असर पड़ता है.