महाराष्ट्र के जल आपूर्ति एवं स्वच्छता मंत्री गुलाबराव पाटिल ने अपने जिले की सड़कों की तुलना हेमा मालिनी के गालों से कर दी. मंत्री के इस बयान पर राज्य महिला आयोग ने आपत्ति जताते हुए कानूनी कार्रवाई की बात कही, जिसके बाद मंत्री ने बयान के लिए माफी मांग ली. मंत्री ने रविवार को कहा कि मेरे बयान से किसी के दिल को ठेस पहुंची है तो मैं अपने बयान के लिए माफी मांगता हूं. मंत्री ने कहा कि मेरा उद्देश्य कुछ और था.
दरअसल, पाटिल शनिवार को जलगांव में एक रैली को संबोधित करने के दौरान ये बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि जो लोग विकास का उदाहरण देखना चाहते हैं, वे हमारे विधानसभा क्षेत्र और जिले की सड़कों को देख सकते हैं. यहां की सड़कें हेमा मालिनी की गाल की तरह चिकनी हैं. मंत्री के इस बयान पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रुपाली चाकणकर ने आपत्ति जताते हुए कहा कि उन्हें माफी मांगनी चाहिए, नहीं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देते समय हमें सोचना चाहिए कि हम क्या बोल रहे हैं. इसके बाद मंत्री ने अपने बयान के लिए माफी मांग ली. मंत्री के बयान पर अमरावती सांसद नवनीत राना ने भी आपत्ति जताई थी. सांसद ने कहा कि शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब हमेशा महिलाओं का सम्मान करते थे, लेकिन महाविकास आघाड़ी सरकार के मंत्री अपनी मर्यादा भूल रहे हैं.