गोवा में बीजेपी विधायक अलीना सल्दान्हा ने पार्टी तथा राज्य विधानसभा से बृहस्पतिवार को इस्तीफा दे दिया और दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अब वैसा संगठन नहीं रहा, जो 2012 में उनके शामिल होने के दौरान था. सल्दान्हा 2012 में अपने पति के निधन के बाद बीजेपी में शामिल हुईं थी. उन्होंने गोवा विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा.
सल्दान्हा (69) के अलावा हाल ही में विभिन्न दलों के चार अन्य विधायक भी 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा से इस्ताफा दे चुके हैं. अलीना सल्दान्हा के पति मैथनी सल्दान्हा, मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में मंत्री थे. 2012 में मैथनी के निधन के बाद अलीना सल्दान्हा ने कोर्टालिम विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की थी. उन्होंने 2017 में भी बीजेपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी. अलीना सल्दान्हा ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ मैंने सही कारणों के चलते इस्तीफा दिया है.क्योंकि यह पार्टी अब वैसी नहीं है जैसी दिवंगत मैथनी सल्दान्हा और मेरे इसमें शामिल होने के समय थी. उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ पार्टी अपने सारे सिद्धांत भूल गई है और इस तटीय राज्य में ‘‘अव्यवस्था’’ है. सल्दान्हा ने कहा, ‘‘ किसी को नहीं पता कि पार्टी में कौन आ रहा है और कौन जा रहा है. ’
‘यह समय है कि मैं पार्टी छोड़ दूं’
राज्य की पूर्व पर्यावरण मंत्री अलीना सल्दान्हा ने कहा कि उन्होंने बुधवार को पार्टी की एक बैठक में भाग लेने के बाद बीजेपी छोड़ने का फैसला किया, जिसमें ‘पार्टी के एक वरिष्ठ नेता की एक बात ने मुझे यह एहसास कराया कि यह समय है कि मैं पार्टी छोड़ दूं. ’’अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी उन्होंने इस संबंध में काई निर्णय नहीं किया है.उन्होंने कहा, ‘‘ सभी दल मेरे सम्पर्क में हैं. मुझे इस पर अभी विचार-विमर्श करना है…मुझसे कोई भी सम्पर्क करे इससे फर्क नहीं पड़ता, मैं सभी पहलुओं पर गौर करके निर्णय करूंगी. मैं अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों से भी विचार-विमर्श करूंगी.
वहीं अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने हाल ही में नवेलिम कांग्रेस विधायक लुहिझिनो फलेरियो, बनुलिम राकांपा विधायक चर्चिल अलेमाओ और भाजपा थिविम के पूर्व विधायक किरण खंडोलकर को पार्टी में शामिल किया. सुदीन धवलीकर के एमजीपी के साथ गठबंधन भी 2022 के चुनावों में टीएमसी के लिए वरदान रहा है.गोवा में आम आदमी पार्टी ने भंडारी समुदाय से मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर राज्य में अपने अभियान को तेज कर दिया, जबकि अल्पसंख्यक से उपमुख्यमंत्री. आप नेता अमित पालेकर द्वारा UNSECO में संरक्षित पुराने गोवा विरासत स्थल को भाजपा की राष्ट्रीय नेता शाइना एनसी द्वारा अवैध बंगले के निर्माण के खिलाफ 5 दिन की भूख हड़ताल भी मौजूदा सरकार के खिलाफ आग में ईंधन की तरह थी.