उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 से पहले समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को बड़ा झटका दिया है. बीएसपी और बीजेपी के कई विधायक आज (रविवार को) सपा में शामिल हो गए हैं. पूर्वांचल के कई बड़े ब्राह्मण नेताओं ने सपा का दामन थाम लिया है.
हरिशंकर तिवारी के बेटे और बीएसपी विधायक विनय शंकर तिवारी ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली है. विनय शंकर तिवारी गोरखपुर जिले की चिल्लूपार विधान सभा सीट से विधायक हैं. बीएसपी से विनय शंकर तिवारी को पहले ही निष्कासित किया जा चुका है. इसके अलावा संतकबीरनगर के खलीलाबाद से बीजेपी विधायक जय चौबे ने बीजेपी को छोड़कर समाजवादी पार्टी का झंडा थाम लिया है.
वहीं पूर्व सांसद कुशल तिवारी और गणेश शंकर पाण्डेय ने भी आज सपा ज्वाइन कर ली. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि बीजेपी और हमारी पार्टी के बीच कड़ी लड़ाई नहीं है. यूपी की जनता हमारे साथ है. सपा को चुनाव में एकतरफा जीत मिलेगी. आप ही देखिए कि विनय शंकर तिवारी ने भी आज समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली.
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि बीजेपी जो टैबलेट बांटने वाली है वो चीन से आ रहे हैं. अभी तक स्टूडेंट उसका इंतजार कर रहे हैं. गरीबों को अनाज बांटने का कार्यक्रम पहले नवंबर तक था और अब उसे मार्च तक बढ़ा दिया गया है. बीजेपी ने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि वो जानते हैं कि मार्च के बाद उनकी सरकार चली जाएगी. सपा की सरकार बनने पर जरूरत होगी तो गरीबों को मुफ्त में खाना दिया जाएगा.
अखिलेश यादव ने कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर भी हमारी सरकार की कैबिनेट में पास किया गया था. मैं इसके दस्तावेज पेश कर सकता हूं. ये उद्घाटन और शिलान्यास इसलिए हो रहे हैं जिससे किसानों के मुद्दे पर से ध्यान हटाया जा सके. एमएसपी पर अभी तक सरकार ने कानून नहीं बनाया है.