उत्तर प्रदेश में रविवार को होनेे वाली यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा रद कर दी गई है। परीक्षा का प्रश्नपत्र वॉट्सऐप पर लीक हो गया था। पेपर लीक और परीक्षा रद होने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आरोपियों की संपत्ति जब्त करते हुए गैंगस्टर लगाने के निर्देश अफसरों दिए है। सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा कि अभ्यर्थियों के साथ प्रदेश सरकार खड़ी है। एक माह के अंदर पारदर्शी तरीके से पुनः परीक्षा होगी। नयी परीक्षा के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को आने-जाने के लिए उत्तर प्रदेश रोडवेज की बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा दी जाएगी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे नौजवान बहनों-भाइयोंके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा।
उन्होंने अभ्यर्थियों से कहा कि आप सबको हुई असुविधा के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा जरूर मिलेगी। आपकी सरकार शुचितापूर्वक एवं पारदर्शी तरीके से परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए कृतसंकल्पित है। सिलसिलेवार ट्वीट कर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि यूपीटीईटी का पेपर लीक करने वाले गिरोह को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। दोषियों को चिह्नित कर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। दोषियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी।
सॉल्वर गैंग्स के 23 आरोपी गिरफ्तार
पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने कुल 23 लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया है। यूपी के एडीजी-लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि यह परीक्षा अब अगले महीने आयोजित होगी।
UP के इन शहरों से पकड़े गए सॉल्वर गैंग
ADG LAW & ORDER Prashant kumar ने इस बाबत प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि अभी तक 23 लोगों को पकड़ा गया है। लखनऊ से 4, मेरठ से 3, वाराणसी और गोरखपुर में दो व्यक्तियों को पकड़ा है। कौशांबी से एक व्यक्ति और प्रयागराज से 13 लोगों को पकड़ा गया है। सभी लोगों को एसटीएफ ने पकड़ा है। पकड़े गये लोगों के पास से पेपर की फोटो कॉपी बरामद हुई है। इन कागजों को शासन से शेयर करने के बाद पता चला कि यह टीईटी के प्रश्नपत्र थे। शासन ने फैसला लिया कि इन परीक्षाओं को रद किया जाये।
ऐसे हुआ पेपर वायरल
शिक्षक पात्रता परीक्षा शुरू होने से कुछ ही घंटे पहले यानि शनिवार रात करीब 11 बजे के आसपास वॉट्सऐप ग्रुप में एक पेपर वायरल हो गया। 14 पेज के इस पेपर में 150 प्रश्न लिखे हुए थे और उनके सही विकल्प के ऊपर चिह्न लगा था। यूपी एसटीएफ के पास भी इस तरह का वायरल पेपर पहुंचा, जिस पर जांच बैठा दी गई है। नोएडा और मेरठ एसटीएफ ने यह पेपर अपने जिला मजिस्ट्रेट व लखनऊ मुख्यालय को भेजा, ताकि परीक्षा शुरू होते ही उसका मिलान किया जा सके। कुछ ही देर में यह पता गया कि वायरल हुआ पेपर असली है।
मथुरा से लीक हुआ UPTET का लीक पेपर
बताया जा रहा है कि यह प्रश्नपत्र के वायरल होने की शुरुआत मथुरा से हुई। उसके बाद वॉट्सऐप ग्रुप पर यह पेपर नोएडा में आया और इसी तरह गाजियाबाद, बुलंदशहर, मेरठ के वॉट्सऐप ग्रुप में यह पेपर पहुंचा। पुलिस से जुड़े कई लोगों के मोबाइल पर भी यह पेपर आया है। एक सूत्र ने बताया कि पेपर वायरल होने के बाद रात में ही परीक्षार्थियों के समूह बनाकर इसकी तैयारी भी कराई गई।