प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के जेवर स्थित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) का शिलान्यास किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि जेवर अब अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर अंकित हो गया है और इस एयरपोर्ट का लाभ दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के करोड़ों लोगों को होगा. पीएम मोदी ने कहा कि ये एयरपोर्ट विमानों के रखरखाव और मरम्मत का भी सबसे बड़ा केंद्र होगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कनेक्टिविटी की दृष्टि से भी एक बेहतरीन मॉडल बनेगा. उन्होंने कहा, “यहां आने जाने के लिए टैक्सी से लेकर मेट्रो और रेल तक हर तरह की कनेक्टिविटी होगी. आज देश में जितनी तेजी से एविएशन सेक्टर में बढ़ोतरी हो रही है, जिस तेजी से भारतीय कंपनियां सैकड़ों नए विमानों को खरीद रही हैं, उनके लिए भी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बहुत बड़ी भूमिका होगी.”
पीएम मोदी ने कहा कि इस एयरपोर्ट से पश्चिमी यूपी के हजारों लोगों को नए रोजगार भी देगा. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद उत्तर प्रदेश ताने सुनने को मजबूर था, पहले की सरकारों ने राज्य को अभाव और अंधकार में बनाए रखा. उन्होंने कहा, “आजादी के 7 दशक बाद, पहली बार उत्तर प्रदेश को वो मिलना शुरू हुआ है, जिसका वो हमेशा से हकदार रहा है. डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से, आज उत्तर प्रदेश देश के सबसे कनेक्टेड क्षेत्र में परिवर्तित हो रहा है.”
इस एयरपोर्ट के बनने के बाद उत्तर प्रदेश देश का अकेला ऐसा राज्य बनने जाएगा, जहां 5 अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट हो जाएंगे. केंद्र सरकार के मुताबिक, इससे इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दबाव को कम करने में मदद मिलेगी. यह रणनीतिक रूप से स्थित है और दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़, आगरा, फरीदाबाद सहित शहरी आबादी और पड़ोसी इलाकों की सेवा करेगा.
एयरपोर्ट का काम तय समय पर पूरा होगा- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि नोएडा इंटरनेशन एयरपोर्ट निर्यात के बहुत बड़े केंद्र को अंतरराष्ट्रीय बाजारों से सीधे जोड़ेगा. उन्होंने कहा कि यहां के किसान फल, सब्जी, मछली जैसी जल्दी खराब होने वाली उपज को सीधे निर्यात कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि जेवर एयरपोर्ट का काम दिल्ली-लखनऊ की सरकार में उलझा रहा. उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि एयरपोर्ट का काम तय समय पर पूरा हो.”
उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने जिस उत्तर प्रदेश को अभाव और अंधकार में बनाए रखा. पीएम ने कहा, “पहले की सरकारों ने जिस उत्तर प्रदेश को हमेशा झूठे सपने दिखाए, वही उत्तर प्रदेश आज राष्ट्रीय ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय छाप छोड़ रहा है. आज देश और दुनिया के निवेशक कहते हैं- उत्तर प्रदेश यानी- उत्तम सुविधा, निरंतर निवेश. यूपी की इसी अंतरराष्ट्रीय पहचान को, यूपी की नई इंटरनेशनल एयर कनेक्टिविटी नए आयाम दे रही है.”
1,300 हेक्टेयर से अधिक पर फैला है प्रोजेक्ट
केंद्र सरकार ने कहा है कि एयरपोर्ट के पहले चरण का विकास 10,050 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से हो रहा है. यह 1,300 हेक्टेयर से अधिक पर फैला है. पहले चरण का निर्माण हो जाने के बाद एयरपोर्ट की क्षमता वार्षिक रूप से 1.2 करोड़ यात्रियों की की हो जाएगी. निर्माण-कार्य तय समय पर है और 2024 तक पूरा हो जाएगा.
योजना के मुताबिक, एयरपोर्ट में मेट्रो और हाई स्पीड रेलवे के स्टेशन होंगे. इसके अलावा टैक्सी, बस सेवा और निजी वाहन पार्किंग सुविधा मौजूद होगी. इस तरह एयरपोर्ट सड़क, रेल और मेट्रो से सीधे जुड़ने में सक्षम हो जाएगा और नोएडा और दिल्ली को निर्बाध मेट्रो सेवा के जरिए जोड़ा जाएगा.