दुनिया में लाखों नदियां बहती हैं. नदी किनारे बैठना या उसके पानी में अठखेलियां करना हर किसी को पसंद होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं दुनिया में एक ऐसी नदी ऐसी भी है, जो दिखने में बेहद खूबसूरत है लेकिन उसके अंदर जाना मौत को दावत देने के बराबर है.
हम बात कर रहे हैं रूस (Russia) की टेका नदी (Techa River) की. इस नदी का पानी इतना ज्यादा रेडियोएक्टिव (radioactive river) है कि शरीर पर लगते ही ये आपको जानलेवा बीमारियां दे सकता है. इस नदी का पानी दिखने में किसी मिनरल वाटर की तरह साफ है, लेकिन जिस किसी ने भी इसके पानी का इस्तेमाल किया उसकी जिंदगी बीमारियों के जाल में फंस गई.
इसलिए जहरीली हो गई ये नदी
243 किलोमीटर लंबी है और 7,600 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली इस नदी में रहस्यमयी न्यूक्लियर कंपाउंड को फेंका गया था, जो हजारों लोगों को प्रभावित कर चुका था. इस नदी के पानी में इतना ज्यादा रेडिएशन है कि टेका के पास बसे तमाम गांवों के लोगों को यहां से निकालना पड़ा.
बताया जाता है कि 1949-1956 के बीच टेका नदी में लाखों क्यूबिक मीटर खराब पानी फेंक दिया गया था. Nuclear Engineering magazine के मुताबिक पिछले साल अधिकारियों की ओर से नदी के किनारे कई तरह के वॉर्निंग साइन बोर्ड्स लगाए गए हैं, ताकि कोई इसके पानी को इस्तेमाल में न लाए.
रुस के पर्यावरणविद मयाक के मुताबिक साल 2007 में एक सर्वे किया गया था जिसमें यह बात सामने आई कि नदी के पानी का इस्तेमाल करने से कैंसर होने का खतरा 3.6 गुना बढ़ जाता है. इसके अलावा 25 फीसदी खतरना बच्चों में जन्मजात विकृति होने की बात सामने आई. मयाक की इन बातों को रूस सरकार ने मानने से इनकार कर दिया था और 1980 में रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया. हालांकि पिछले साल अब अधिकारियों की ओर से नदी के किनारे कई तरह के चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं.