विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया रविवार को यूएई और ओमान में खेले जा रहे आईसीसी T-20 वर्ल्ड कप में हार के बाद भारतीय खेल प्रेमी ज्यादा नाराज हैं। भारतीय टीम ने क्षमता के अनुरूप खेल का प्रदर्शन नहीं किया। भारतीय टीम न्यूजीलैंड से आठ विकेट से हार गई। इस हार के साथ ही टीम की सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को करारा झटका लगा है। भारत के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने टीम के प्रदर्शन पर काफी नाराजगी जतायी है। उन्होंने कहा कि यह भारतीय टीम उतनी मेंटल टफ नहीं है, जो नॉकआउट मैचों के दवाब को झेल सके। गंभीर ने कहा कि टीम इंडिया के पास कई बेहतरीन बेहतरीन खिलाड़ी हैं और टीम बहुत खतरनाक है लेकिन बड़े मैचों में जीत हासिल करने के लिए आपका माइंडसेट भी उस तरह का होना चाहिए।
जब तक आप मजबूत मानसिकता के साथ मैदान में नहीं उतरेंगे, तब तक आपको सफलता नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि बड़े खिलाड़ी का मतलब प्रदर्शन में निरंतरता होना है। उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच क्वार्टर फाइनल की तरह था। इस तरह के मैचों में गलती की गुंजाइश बिल्कुल नहीं होती है और आपको किसी भी सूरत में मैच जीतना होता है। बाइलेटरल सीरीज में वापसी का मौका हमेशा रहता है लेकिन इस तरह के मैचों में पिछड़ने के बाद वापसी का मौका नहीं मिलता है। भारतीय टीम में खेल और जोश का जज्बा दिखा ही नहीं। मैच में वापसी के लिए कोई प्रयास ही नहीं दिखा।
न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में भारत के बल्लेबाजों ने ज्यादातर गैर जिम्मेदाराना शॉट खेले और रन बनाने की भूख उनके भीतर नजर ही नहीं आई। उन्होंने कहा कि भारत के अधिकांश बल्लेबाज आसान सा कैच देकर आउट हुए। भारतीय खिलाड़ियों की बल्लेबाजी बहुत ही खराब रही। भारतीय पारी में 54 डॉट गेंदें रही, यानि कुल नौ ओवरों में रन ही नहीं बने। पिच में कोई खराबी नहीं थी लेकिन भारतीय टीम एक बार फिर चयन के मामले में चकमा खा गई। टीम इंडिया ने पहले खेलते हुए कीवी टीम के सामने जीत के लिए मात्र 110 रनों का लक्ष्य रखा, जिसे न्यूजीलैंड ने मात्र दो विकेट खोकर हासिल कर लिया। भारतीय टीम ने गेंदबाजी में लचर प्रदर्शन किया।