लखीमपुर हिंसा को लेकर लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं. इस मामले में अब एक नया वीडियो सामने आया है. इसमें एक घायल शख्स पुलिस के सामने दावा कर रहा है कि काफिले में पूर्व कांग्रेस सांसद अखिलेश दास के भतीजे अंकित दास भी अपनी फार्च्यूनर गाड़ी में सवार थे. लखनऊ के हुसैनगंज में रहने वाले इस युवक का कहना है कि हम लोग अंकित दास की गाड़ी में बैठे हुए थे. एक न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस वीडियो में शख्स बता रहा है कि वह अंकित दास के साथ लिखा-पढ़ी का काम करता है. वह पांच लोगों के साथ लखनऊ से लखीमपुर के कार्यक्रम में शामिल होने आया था. काफिले में उनके आगे थार जीप सड़क पर खड़े लोगों को कुचलती हुई जा रही थी. अंकित दास की काले रंग की फॉर्च्यूनर गाड़ी उस जीप के पीछे-पीछे चल रही थी. इसी दौरान बाहर खड़ी भीड़ ने उन लोगों पर हमला बोल दिया. थार जीप किसकी थी और उसमें कौन लोग सवार थे, इस बारे में शख्स ने जानकारी से इन्कार कर दिया.
आठ लोगों की हुई मौत, मंत्री के बेटे समेत 14 पर एफआईआर
जीप में बैठे एक अन्य बीजेपी नेता सुमित जायसवाल ने मौके से भागकर अपनी जान बचाई. इस संबंध में एक वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें सुमित जीप का दरवाजा खोलकर भागता हुआ नजर आ रहा है. सुमित का कहना है कि अगर वह मौके से नहीं भागता तो लोग उसको भी पीटकर मार डालते.लखीमपुर हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हुई है. यूपी सरकार ने हर किसान के परिवार को 45 लाख रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग मंजूर की है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. इसे लेकर विपक्षी दल लगातार सरकार पर दबाव बनाए हुए हैं.
वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के विरोध और काफ़िले के घेराव की कॉल दी थी जिसमें लखीमपुर और उत्तर प्रदेश के तराई इलाके के दूसरे ज़िलों से किसानों को शामिल होने आह्वान किया गया था.लगभग एक से डेढ़ बजे के बीच में केशव प्रसाद मौर्य और अजय मिश्र लखीमपुर ज़िला मुख्यालय से योजनाओं का शिलान्यास कार्यक्रम ख़त्म करके नेपाल बॉर्डर पर टेनी के गाँव बनवीरपुर के लिए रवाना हुए जो तिकुनिया से महज़ चार किलोमीटर की दूरी पर है.