टीवी अभिनेत्री श्वेता तिवारी बेटे रेयांश की कस्टडी को लेकर लंबे समय से कानूनी लड़ाई लड़ रही थीं। बॉम्बे हाईकोर्ट से उन्हें बड़ी राहत मिली है। बेटे की कस्टडी श्वेता के पास ही रहेगी। रेयांश जन्म से ही उनके साथ रह रहे हैं। श्वेता और अभिनव कोहली के बीच पिछले काफी समय से बेटे की कस्टडी को लेकर विवाद चल रहा है। अभिनव ने श्वेता पर तमाम आरोप भी लगाए थे। कोर्ट के इस फैसले के बाद अब एक्ट्रेस काफी खुश हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, अभिनव ने श्वेता के खिलाफ habeas corpus case भी फाइल की थी। उनका आरोप था कि श्वेता बेटे को उनसे दूर रखती हैं। अभिनव का कहना था कि अपने काम के चलते श्वेता काफी बिजी रहती हैं। उनके पास बेटे के लिए वक्त नहीं है। कोर्ट ने अभिनव की अर्जी को खारिज कर दिया और फैसला श्वेता के पक्ष में दिया।
फैसले से संतुष्ट
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि अभिनव हफ्ते में एक बार दो घंटे के लिए बेटे रेयांश से श्वेता की बिल्डिंग के एरिया में मिल सकते हैं। वहां परिवार के सदस्यों की मौजूदगी भी रहेगी। साथ ही रोज 30 मिनट वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात कर सकते हैं। कोर्ट के फैसले से श्वेता काफी खुश हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया से श्वेता ने कहा, ‘मैं यही चाहती थी और ईमानदारी से कहूं तो फैसले से संतुष्ट हूं।’ वह आगे कहती हैं कि ‘पिछले दो सालों में मैं जहां भी गई अभिनव मेरा पीछा करता था। दिल्ली हो या पुणे, जहां भी मैं रेयांश के साथ अपने शो के लिए जाती वह हंगामा करता। यह मेरे और मेरे बच्चे के लिए मानसिक रूप से थका देने वाला था। वह यहीं पर नहीं रुकता कभी-कभी तो वह मेरे दरवाजे पर आ जाता।’
बेटे से मिलने देने के सवाल पर श्वेता कहती हैं कि ‘मैंने उसे हमेशा रेयांश से मिलने का अधिकार दिया था। कोर्ट के पिछले आदेश के मुताबिक उसे रेयांश से सिर्फ आधे घंटे के लिए वीडियो कॉल पर बात करनी थी, लेकिन मैंने उसे ज्यादा बात करने से कभी नहीं रोका लेकिन उसी आदमी ने मुझे एक बुरी मां के रूप में दिखाने की कोशिश की जो अपने बेटे की फिक्र नहीं करती। मैं अपने परिवार के लिए काम करती हूं और उन्हें एक अच्छी लाइफस्टाइल देती हूं इसमें गलत क्या है? उसने इसे मेरे खिलाफ दिखाया। मुझे खुशी है कोर्ट ने इन आरोपों को खारिज कर दिया।’