अपनी आवाज से लाखों दिलों पर राज कर चुकी लता मंगेशकर को सन 2001 में देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ दिया गया था। लता मंगेशकर ऐसी जीवित हस्ती हैं जिनके नाम से पुरस्कार दिए जाते हैं। लता मंगेशकर के लिए गाना पूजा के समान है इसलिए रिकॉर्डिंग के समय वो हमेशा नंगे पैर ही गाती हैं। अपनी आवाज से लाखों दिलों पर राज करने वालीं लता मंगेशकर का आज जन्मदिन है। लता मंगेशकर 28 सितंबर 1929 को इंदौर में मशहूर संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के यहां पैदा हुई थीं। लता जी ने अपनी आवाज से बहुत छोटी उम्र में ही गायन में महारत हासिल की और विभिन्न भाषाओं में गीत गाए। लता मंगेशकर के जन्मदिन पर उन्हें देश दुनिया से बधाई के संदेश मिल रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर को जन्मदिन की बधाई देते हुए लिखा, ‘आदरणीय लता दीदी को जन्मदिन की बधाई। आपकी सुरीली आवाज पूरी दुनिया में गूंजती है। भारतीय संस्कृति के प्रति आपकी विनम्रता और जुनून के लिए आपका सम्मान किया जाता है। व्यक्तिगत रूप से, आपका आशीर्वाद महान शक्ति का स्रोत है। मैं लता दीदी के लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं।
Birthday greetings to respected Lata Didi. Her melodious voice reverberates across the world. She is respected for her humility & passion towards Indian culture. Personally, her blessings are a source of great strength. I pray for Lata Didi’s long & healthy life. @mangeshkarlata
— Narendra Modi (@narendramodi) September 28, 2021
अमित शाह ने लिखा, सादगी व सौम्यता की प्रतिमूर्ति स्वर कोकिला आदरणीय लता मंगेशकर दीदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ। लता दीदी ने अपनी मधुर आवाज से भारतीय संगीत को पूरे विश्व में गुंजायमान किया है। आप सदैव स्वस्थ रहें व दीर्घायु हों ऐसी ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।
सादगी व सौम्यता की प्रतिमूर्ति स्वर कोकिला आदरणीय @mangeshkarlata दीदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ।
लता दीदी ने अपनी मधुर आवाज से भारतीय संगीत को पूरे विश्व में गुंजायमान किया है।
आप सदैव स्वस्थ रहें व दीर्घायु हों ऐसी ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) September 28, 2021
बता दें कि साल 2001 में लता मंगेशकर भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ दिया गया था। उन्होंने 36 भारतीय भाषाओं में गाने रिकॉर्ड कराए हैं। लता मंगेशकर ने केवल हिंदी भाषा में 1,000 से ज्यादा गीतों को अपनी आवाज दी है। उन्हें साल 1989 में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।