राजस्थान टीचर्स इलिजिविलिटी टेस्ट (REET) परीक्षा से पहले पुलिस ने बड़े नकल गिरोह का पर्दाफाश किया है. ये गैंग एसआई, कृषि पर्यवेक्षक परीक्षा भर्तियों समेत कई परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बैठा चुका हैं. पुलिस ने इस मामले में 20 को आरोपी बनाया है. इनमें से 6 शिक्षक भी हैं. बाड़मेर पुलिस ने दो सरकारी शिक्षकों को गिरफ्तार किया है. उनसे मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने 20 के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इन लोगों में शिक्षकों समेत 7 सरकारी कर्मचारी हैं. एक पुलिस कांस्टेबल भी इस गैंग में शामिल है. पुलिस ने रीट परीक्षा से कुछ घंटों पहले ही इस बड़े गिरोह का खुलासा किया.
पुलिस ने जिन शिक्षकों को गिरफ्तार किया है, उनके पास से 10 लाख रुपये बरामद किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में पता चला है कि रीट परीक्षा में ये गिरोह कुल 19 डमी कैंडिडेट्स को बैठाने की साजिश रच रहा था. पुलिस के मुताबिक, ये लोग डमी कैंडिडेट बैठाने के लिए 3 लाख और परीक्षा पास करवाने के लिए 12 लाख तक लेते हैं. पूछताछ में दोनों शिक्षकों ने बताया कि वे पहले भी कई परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बैठा चुके हैं.
मुखबिर की सूचना के आधार पर बाड़मेर पुलिस की टीम ने बालोतरा मेगा हाईवे पर एक रहवासी मकान से दो सरकारी टीचर्स रमेश विश्नोई और सुदेश को गिरफ्तार किया. इनके पास से 10 लाख रुपये, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और रीट परीक्षा में बैठाने वाले अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले हैं. पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि गैंग डमी कैंडिडेट बैठाकर पास होने की गारंटी लेती है. इसके बदले में ये लोग रुपये लेते हैं. पूछताछ में शिक्षकों ने बताया कि उनकी गैंग में 2 दर्जन से ज्यादा लोग शामिल हैं.