पश्चिम बंगाल में मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने राज्यसभा उपचुनाव में उम्मीदवार खड़ा नहीं करने का एलान किया है। ऐसे में हाल ही में कांग्रेस छोड़ टीएमसी में शामिल हुईं कांग्रेस की पूर्व सांसद सुष्मिता देव का राज्यसभा के लिए मनोनित होना तय हो गया है। भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि पार्टी राज्यसभा उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस की सुष्मिता देव के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
सुवेंदु अधिकारी ने सोमवार को एक ट्वीट कर कहा, ‘भाजपा पश्चिम बंगाल में होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए किसी उम्मीदवार को नामित नहीं करेगी। परिणाम पूर्व निर्धारित है। हमारा ध्यान यह सुनिश्चित करना है कि अनिर्वाचित मुख्यमंत्री एक बार फिर से अनिर्वाचित हो जाएं। जय माँ काली।”
4 अक्तूबर को होंगे उपचुनाव
ऐसे में तृणमूल कांग्रेस की सुष्मिता देव के निर्विरोध जीतने की संभावना मजबूत हो गई है। सुष्मिता देव ने सोमवार को राज्यसभा उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया। बता दें कि मानस भुनिया के पश्चिम मेदिनीपुर के सबांग से विधानसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट के लिए टीएमसी ने पिछले हफ्ते सुष्मिता देव को नामित किया था।
सुष्मिता देव को टीएमसी ने उम्मीदवार बनाया
बता दें कि सुष्मिता देव 2014 के लोकसभा चुनाव में असम की सिल्चर सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर सांसद बनीं थीं, कांग्रेस ने ऑल इंडिया महिला कांग्रेस का प्रमुख बनाया था, लेकिन बीते दिनों वह कांग्रेस छोड़कर टीएमसी में शामिल हो गई थीं। कोलकाता में अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में सुष्मिता देव ने टीएमसी की सदस्यता ली।
विधानसभा में टीएमसी को बहुमत, जीत तय
पश्चिम बंगाल में 294 सदस्यीय विधानसभा में 213 सीटों पर तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। भाजपा को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। हालांकि, नंदीग्राम सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भाजपा प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी से चुनाव हार गई थीं। ममता बनर्जी भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ रही हैं। 30 सितंबर को यहां पर उपचुनाव है। विधानसभा में टीएमसी को पूर्ण बहुमत होने से सुष्मिता देव का निर्विरोध चुनाव करीब-करीब तय माना जा रहा है।