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नियंत्रण रेखा पर संदिग्ध गतिविधियां, उरी में सेना का सर्च ऑपरेशन जारी

जम्मू-कश्मीर के उत्तर इलाके में उरी सेक्टर में कुछ संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिलने के बाद में भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। हालांकि, अभी तक कोई संपर्क स्थापित नहीं हुआ है, साथ ही सेना भी अनिश्चय की स्थिति की शिकार है कि घुसपैठिए उरी में घुस गए हैं या पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) वापस लौट गए हैं। रक्षा जनसम्पर्क अधिकारी कर्नल एमरॉन मुसावी ने कहा, ‘पिछली रात उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध गतिविधि देखी गई। क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी है।’


इस साल उत्तरी कश्मीर में विशेष रूप से उरी, नौगाम, तंगधार, केरन, माछिल और गुरेज सेक्टरों में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ के प्रयासों में गिरावट आई है। सेना के 19 इंफैन्ट्री और 27 इंफैन्ट्री डिवीजनों के अधिकारियों ने भी नियंत्रण रेखा के पार से घुसपैठ के प्रयासों में गिरावट को स्वीकार किया है। बता दें कि 19 इंफैन्ट्री और 27 इंफैन्ट्री डिवीजनों के पास उरी से गुरेज तक नियंत्रण रेखा पर नजर रखने की जिम्मेदारी है।
उत्तरी कश्मीर में तैनात सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘सतर्कता में कोई कमी नहीं की जा सकती। हमें नहीं पता कि चीजें कब बदल जाएंगी। हमारे जवान लगातार निगहबानी कर रहे हैं। एलओसी पर कड़ी निगरानी के चलते ही घुसपैठ के मामलों में कमी आई है।’ अधिकारियों ने कहा कि सितंबर और अक्टूबर महीने हमेशा घुसपैठ के नजरिए से महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि आमतौर पर भारी बर्फबारी के कारण घुसपैठ के लिए दर्रों और रिज का इस्तेमाल किया जाता है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में घुसपैठ के कई प्रयास हुए हैं।