पश्चिम बंगाल (West Bengal) की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) की मुखिया और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के खिलाफ बीजेपी ने चुनाव आयोग से शिकायत की है. भवानीपुर से बीजेपी उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल (BJP Candidate Priyanka Tibrewal) की मुख्य चुनावी एजेंट सजल घोष (Sajal Ghosh) ने मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि ममता बनर्जी के खिलाफ पुलिस शिकायत के पांच मामले हैं, जिनका खुलासा ममता बनर्जी ने नहीं किया है. बीजेपी की ओर से जिन पांच मामलों का जिक्र किया गया है, वे सभी मामले असम में दर्ज किए गए हैं. बता दें कि इसी तरह का एक मामला अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव से पहले भी दर्ज कराया गया था.
हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी (BJP) के इन आरोपों का खंडन किया है. टीएमसी ने कहा कि ममता बनर्जी को अपने खिलाफ दर्ज मामलों का खुलासा करने की आवश्यकता तब है, जब वास्तव में उनका नाम चार्जशीट में दर्ज हो. बता दें कि ममता बनर्जी के लिए भवानीपुर उपचुनाव जीतना बेहद जरूरी है, तभी वो मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बनी रह सकती हैं. इसी साल अप्रैल-मई में हुए विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को नंदीग्राम सीट से बीजेपी के उम्मीदवार सुवेंदु अधिकारी ने हरा दिया था. नंदीग्राम सीट पर ममता बनर्जी को 2 हजार से भी कम वोटों से हार का सामना करना पड़ा था.
प्रियंका टिबरेवाल को जानिए
इससे पहले पेशे से वकील टिबरेवाल कलकत्ता उच्च न्यायालय में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार के खिलाफ चुनाव बाद हिंसा को लेकर दायर मामलों की याचिकाकर्ताओं में से एक हैं. बीजेपी ने मिलन घोष और सुजीत दास के नाम की घोषणा क्रमश: शमशेरगंज और जंगीपुर सीट से पार्टी उम्मीदवारों के तौर पर की है. मतगणना तीन अक्टूबर को होगी और उसी दिन नतीजों का ऐलान भी होगा.
टिबरेवाल भारतीय जनता पार्टी की युवा शाखा, भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं. वह 2014 में पार्टी में शामिल हुई थीं. उन्होंने पहली बार 2015 में चुनावी सियासत में कदम रखा, जब वह कोलकाता नगर निगम का चुनाव लड़ी थीं. इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. उन्होंने 2021 का विधानसभा चुनाव एंटाली सीट से लड़ा था, जहां उन्हें टीएमसी उम्मीदवार से 58,000 से ज्यादा मतों के अंतर से शिकस्त झेलनी पड़ी थी.
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मंत्री फरहाद हकीम ने कहा कि बीजेपी उम्मीदवार की जमानत जब्त हो जाएगी और बनर्जी रिकॉर्ड अंतर से जीतेंगी. नंदीग्राम विधानसभा सीट पर बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी से बनर्जी की हार के बाद प्रदेश सरकार में मंत्री और भवानीपुर सीट से चुनाव जीतने वाले सोभनदेव चट्टोपाध्याय ने इस्तीफा दे दिया था ताकि इस सीट से बनर्जी के लिए चुनाव लड़ कर राज्य विधानसभा की सदस्य बनने का रास्ता साफ हो. चट्टोपाध्याय ने इस सीट पर 28 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से जीत हासिल की थी.