पाकिस्तान की जेल में पिछले दो दशकों से कैद सागर जिले का प्रहलाद राजूपत आखिरकार आज रिहा होगा। इसके साथ ही उसके परिजनों का अपने लापता बेटे का इंतजार खत्म हो जाएगा। विदेश मंत्रालय ने सीमा सुरक्षा बल को उसके भारत को सौंपे जाने की जानकारी दी है। वहीं, पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास ने भी 30 अगस्त को वाघा-अटारी सीमा पर उसे भारत को सौंपे जाने की जानकारी दी थी।
सागर के पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह ने कहा, भारत के 17 लोग पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं। पाकिस्तान सरकार ने 2015 में यह जानकारी साझा की थी। प्रहलाद हल्की मानसिक समस्या की वजह से अपना सही पता नहीं बता सकता है। उसके परिजनों ने कई बार पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट कर चुके हैं। प्रहलाद के भाई वीर सिंह ने बताया कि वह 33 साल की उम्र में घर से लापता हो गया था।