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तालिबान ने दिया सरेंडर के लिए चार घंटे तो पंजशीर के शेर ने दिया करारा जवाब

अफगानिस्तान में तालिबान को अब कड़े मुकाबले मिले रहे हैं। पंजशीर, बानु में तालिबान लड़ाके मारे जा रहे हैं। अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में से 33 प्रांतों पर तालिबान के लड़ाकों का कब्जा हो चुका है। वर्तमान में मात्र अब पंजशीर ही इकलौता प्रांत है, जहां पर तालिबान का राज नहीं है। यहां पर तालिबान को कड़ी टक्कर मिल रही है। तालिबान के कई सौ लड़ाके पंजशीर पहुंच गए थे। पंजशीर का शेर कहे जाने वाले अहमद मसूद से तालिबान को कड़ी टक्कर दिया। बताया जा रहा है एक बार 300 तालिबानी मारे गये। बानु में 50 तालिबानी मारे गये हैं। मसूद और खुद को अफगानिस्तान का केयरटेकर राष्ट्रपति घोषित कर चुके अमरुल्ला सालेह ने तालिबान के खिलाफ रणनीति बना ली है। तालिबान ने अहमद मसूद को सरेंडर करने के लिए चार घंटों का समय दिया है लेकिन उन्होंने दो टूक ऐसा करने से इनकार कर दिया।

सरेंडर से मसूद ने किया इनकार

तालिबान ने चार घंटों का अल्टीमेटम दिए जाने के बाद अहमद मसूद ने कहा है कि वह सरेंडर नहीं करेंगे। उन्होंने कहा है कि हमने सोवियत संघ की सेना से टक्कर ली है और अब तालिबान की सेना से ले रहे हैं। तालिबान का करारा जवाब दिया जाएगा। मसूद के पिता अहमद शाह मसूद भी अफगानिस्तान के एंटी तालिबान और एंटी सोवियत नेता थे। उन्होंने सोवियत संघ और तालिबान के खिलाफ लगातार लड़ाई लड़ी। तालिबान और अलकायदा ने साजिश रचकर अहमद शाह मसूद को 9-11 पर हुए हमले से ठीक पहले मार दिया था। अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद अब तालिबान को खत्म करने के लिए जी-जान से अपने पिता की तरह ही लगे हुए हैं। अहमद मसूद के साथ अफगान सेना भी शामिल हो गयी है।

मसूद को मिल रहा पंजशीर के लोगों का साथ

मसूद को पंजशीर की रहने वाली बड़ी आबादी का भी साथ मिल रहा है। अहमद मसूद ने कहा कि तालिबान का विरोध करने वाले एकजूट हो गये हैं। सरकारी बलों ने विभिन्न प्रांतों से रैली की और पंजशीर घाटी के गढ़ में जमा हो गए हैं। इससे पहले गुरुवार को प्रकाशित वॉशिंगटन पोस्ट के एक ओपिनियन पीस में उन्होंने पश्चिम से समर्थन की अपील भी की थी। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि तालिबान के साथ बातचीत विफल रहती है तो फिर युद्ध को किसी भी कीमत पर टाला नहीं जा सकता है। पंजशीर प्रांत में तकरीबन दस हजार की सेना तैनात कर दी गई है। तालिबानी लड़ाकों को करारा जवाब दिया जाएगा।

तालिबान बना रहा पंजशी पर रणनीति

पंजशीर में करारा जवाब मिलने के बाद तालिबान नई रणनीति पर काम कर रहा है। तालिबान ने दावा किया है कि उसके लड़ाकों ने पंजशीर घाटी को कई दिशाओं से पूरी तरह से घेर लिया है। उन्होंने बातचीत के जरिए से पूरे मुद्दे का हल निकालने के लिए कहा है। मसूद से सरेंडर करने की भी अपील की गई है। अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद हालात बिगड़ते जा रहे हैं। अफगानिस्तान की बड़ी आबादी तालिबान पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं कर रही है। काबुल एयरपोर्ट पर रोजाना भारी भीड़ इकट्ठी हो रही है जो देश छोड़कर निकल जाना चाहते हैं। तालिबान अफगानिस्तान के नागरिकों को देश में ही रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है। तालिबान पर लोगों का विश्वास नहीं है। दुनिया के अधिकांश देश 15 अगस्त से लगातार अपने सैनिकांे को निकाल रहे हैं।