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SBI ने लॉन्च किया नया एजुकेशन लोन, विदेश में पढ़ाई के लिए 1.5 करोड़ तक का ले सकते हैं कर्ज

सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया SBI ने एक नया एजुकेशन लोन लॉन्च किया है. इसका नाम है एसबीआई ग्लोबल एड-वेंटेज SBI global Ed-vantage. जैसा कि नाम से स्पष्ट है, यह लोन की सुविधा विदेश में पढ़ाई की चाह रखने वाले छात्रों की मदद करेगा. एस लोन के पैसे से भारत के छात्र विदेशी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एडमिशन और पढ़ाई की सुविधा ले सकेंगे. SBI ने कहा है कि छात्रों के करियर में मदद करने के लिए यह लोन स्कीम शुरू की गई है.

इस लोन स्कीम के तहत चार तरह के कोर्स शामिल किए गए हैं-

  1. रेगुलर ग्रेजुएट डिग्री
  2. पोस्ट-ग्रेजुएट डिग्री
  3. डिप्लोमा

सर्टिफिकेट या डॉक्टरेट कोर्सेस

SBI global Ed-vantage लोन की मदद से विदेश के किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में उपर बताए गए कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं. जिन देशों में यह लोन स्कीम काम करेगी उनमें यूएस, यूके, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूरोप, जापान, सिंगापुर, हांगकांग और न्यूजीलैंड शामिल हैं.

कितना मिलेगा लोन

कोई भी छात्र SBI global Ed-vantage के अंतर्गत न्यूनतम 7.50 लाख और अधिकतम 1.50 करोड़ रुपये का कर्ज ले सकता है.

क्या होगी ब्याज की दर

SBI ने छात्रों के भविष्य को देखते हुए ग्लोबल एड-वेंटेज लोन पर ब्याज की दर आकर्षक रखी है. यह दर इस प्रकार रखी गई है कि छात्रों पर पढ़ाई का अतिरिक्त दबाव न पड़े. इस लोन स्कीम के तहत छात्र 8.65 परसेंट की दर से कर्ज ले सकेंगे. लड़कियों को स्पेशल छूट दी गई है और एसबीआई ने छात्रों की तुलना में 0.50 परसेंट का कंसेशन दिया है. यानी छात्राओं को 8.15 फीसद के हिसाब से लोन दिया जाएगा.

रीपेमेंट की खास सुविधा

छात्र जिस कोर्स में एडमिशन लेता है, वह कोर्स पूरा होने के 6 महीने बाद लोन का रीपेमेंट किया जा सकता है. विदेश के किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाला भारतीय छात्र लोन लेने के अधिकतम 15 वर्ष के अंदर लोन की राशि चुका सकता है.

लोन में ये सभी खर्च होंगे शामिल

  1. लोन में यात्रा का खर्च या पास के चार्ज को भी शामिल किया गया है
  2. लोन में ट्यूशन फी भी शामिल है
  3. परीक्षा, लाइब्रेरी और लैब के खर्च भी लोन में शामिल किए गए हैं
  4. किताबें, पढ़ाई से जुड़े उपकरण, इंस्ट्रूमेंट, यूनिफॉर्म और कंप्यूटर फी शामिल

कुछ अतिरिक्त खर्चों को भी लोन में लिया गया है. जैसे प्रोजेक्ट वर्क, थीसिस, स्टडी टूर इसी के अंतर्गत आएंगे. हालांकि स्टडी टूर की सीमा तय की गई है जो ट्यूशन फी से 20 परसेंट से अधिक नहीं होनी चाहिए

लोन की पात्रता

  1. 10वीं, 12वीं और ग्रेजुएशन की मार्क शीट. एंट्रेंस एक्जाम का रिजल्ट देना होगा
  2. एडमिशन प्रूफ के लिए एडमिशन लेटर या ऑफर लेटर या यूनिवर्सिटी का आईडी कार्ड
  3. कोर्स में एडमिशन के स्केड्यूल के खर्च का पूरा ब्योरा
  4. स्कॉलरशिप, फ्री-शिप आदि के ऑफर की कॉपी
  5. अगर छात्र ने बीच में पढ़ाई छोड़ी है तो उसका गैप सर्टिफिकेट
  6. छात्र, माता-पिता, सह-लेनदार, गारंटर का एक-एक पासपोर्ट साइज फोटो
  7. को-एप्लिकेंट या गारंटर (5 लाख से अधिक का लोन हो तो) का एसेट लायबिलिटी स्टेटमेंट
  8. सैलरी वाले लोगों को लेटेस्ट सैलरी स्लिप, फॉर्म 16 या हालिया आईटी रिटर्न देना होगा
  9. सैलरी से अलग वाले लोगों को बिजनेस एड्रेस प्रूफ और हालिया आईटी रिटर्न देना होगा
  10. छात्र के माता-पिता या अभिभावक या गारंटर का 6 महीने का बैंक अकाउंट स्टेटमेंट
  11. सिक्योरिटी के तौर पर अचल संपत्ति का कागज दे रहे हैं तो सेल डीड और प्रोपर्टी टाइटल की कॉपी देनी होगी
  12. छात्र, माता-पिता, सह-लेनदार (को-बॉरोअर), गारंटर का पैन
  13. आधार की कॉपी. यह तब अनिवार्य है जब छात्र भारत सरकार की अलग-अलग स्कीम में सब्सिडी लेता हो
  14. पासपोर्ट