आए दिन देश भर में साइबर क्राइम की घटनाएं सामने आती रहती है. ऐसा ही एक केस दिल्ली से सामने आया . जहां के निवासी अतुल को जब तक इस बात का आभास हुआ कि उसके साथ 23,455 रुपयों का फ्रॉड हो रहा है तब तक उसके पैसे उड़ चुके थे. तीन महीने से बचाए जा रहे उसके पैसे किसी ने मात्र 3 मिनट में उड़ा लिये. अब अतुल को समझ नहीं आ रहा था कि वो करें भी तो क्या. कहां शिकायत करें जिससे उसके पैसे वापस आ सकें?
जानें पूरा मांजरा
17 अगस्त के दिन घर से नहा धोकर अपनी जॉब पर गया हुआ था. उस दिन उसके पास अधिक डिलीवरी के ऑर्डर नहीं थे, तो खाली समय में बैठ कर वो फोन में गेम खेलने लगा. उसी समय उसके फोन में एक इंसान ने उसको फोन किया. फोन करने वाले ने उसने अपना नाम मयंक बताया और अपना परिचय गूगल पे (Google Pay) के कस्टमर केयर के तौर पर दिया. यहां से अतुल को ठगने का काम शुरु हुआ.
इस तरह हुई दोनो के बीच बातचीत –
यंक: गुड मॉर्निंग सर. मैं गूगल पे कस्टमर केयर से बात कर रहा हूं और मेरा नाम मयंक है.
अतुल: जी हां, बताइये.
मयंक: गूगल पे की ओर से आपका रिफंड आया हुआ है, सर पर आपने अभी तक निकाला नहीं है. मैं जानना चाहता हूं कि आप उसे निकाल क्यों नहीं रहे हैं.
अतुल: रिफंड? (सवाल करते हुए)
मयंक: जी सर, आपको इस बारे में मालूम नहीं है क्या?
अतुल: नहीं, मुझे तो कुछ नहीं मालूम.
मयंक: सर, आपके नंबर से बीते दिनों जो ट्रांजेक्शन्स हुए हैं, उनके लिए आपको गूगल पे की तरफ से आपको 2753 रुपये का स्पेशल कैशबैक दे रहे हैं… अगर आपको इसके बारे में पता नहीं है तो मैं आपकी इसमें हेल्प कर सकता हूं.
अतुल: जी सर. बताइये कैसे निकाल सकता हूं, प्लीज़ बताइए.
मयंक: ओके सर, मैं आपकी पूरी तरह से हेल्प करूंगा. आप अपने फोन पर गूगल पे ओपन कर लीजिए.
अतुल: जी, मैंने खोल लिया है.
मयंक: अब उसमें नीचे दिये हुए New Payment का ऑप्शन दिख रहा है, उस पर क्लिक कीजिए.
अतुल: ओके, कर दिया.
मयंक: अब इसमें आपके समक्ष चार तरह के ऑप्शन दिखाई दे रहे होंगे, उसमें से पहला ऑप्शन है Bank Transfer होगा , आप उस पर क्लिक करें.
अतुल: पर मुझे पैसा ट्रांसफर करना नहीं है? आप ये क्यों करवा रहे हैं?
मयंक: सर, जो कैशबैक अटका हुआ है, वो पैसा आपके अकाउंट में ट्रांसफर किया जाएगा. इसलिए ट्रांसफर पर क्लिक करना ही पड़ेगा.
अतुल: जी.
मयंक: अब इस जगह पर आपको अकाउंट नंबर दिख रहा होगा. वहां आपको अकाउंट नंबर नहीं देना है यहां पर आप गूगल पे की ट्रांजेक्शन आईडी (Transaction ID) डालनी है. वो ID है – XXXXXXXXXXX
अतुल: कर दी है.
मयंक: अब नीचे यही आईडी एक बार फिर से डालिए और फिर IFSC में XXXXXXXX नंबर सेव करें.
अतुल: जी सर कर दिया.
मयंक: अब इसमें नीचे Recipient Name आ रहा है, उसमें लिखिए REFUND. और इसको कैपिटल लैटर में लिखें. छोटे में लिखेंगे तो आपका कैशबैक अटक जाएगा.
अतुल: जी लिख दिया.
मयंक: अब नीचे Continue लिख कर आ रहा है, उस पर टच करें.
अतुल: जी.
मयंक: अब आगे आपको अपने मोबाइल नंबर के आखिरी पांच अंक डालने होंगे, जिससे आपका रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर हमारे सिस्टम पर वेरिफाई हो पाए. उसके नीचे लिखा होगा What’s this for?. उसमें आपको अपना कैशबैक वाला अमाउंट भरना है, जो कि 2753 रुपए है.
अतुल: जी है. मैंने ऊपर अपने फोन के आखिरी पांच नंबर डाल दिये हैं और नीचे कैशबैक का अमाउंट भी डाल दिया है.
मयंक: अब नीचे आपको “Proceed to pay” दिखाई दे रहा होगा. उस पर क्लिक करें.
अतुल: पर सर, ऐसे कर के तो पैसे भेजे जाते हैं. फिर तो मेरा पैसा कट जाएगा.
मयंक: नहीं सर, आपका एक भी पैसा नहीं कटेगा. मैं गूगल पे से ही बात कर रहा हूं और ये कॉल रिकॉर्ड की जा रही है. आप एक बार “Proceed to pay” पर टैप करें. फिर आपको सब क्लियर हो जाएगा.
अतुल: जी कर दिया. अब लिखा हुआ आ रहा है कि “You are sending 23,455 Rs to REFUND”.
मयंक: हां सर सही है, अब आप “Send Money” पर क्लिक कर दें.
अतुल: ठीक है. कर दिया.
मयंक: अब यहां पर आपको अपनी UPI PIN की वेरिफिकेशन करानी है, ताकि हमारे सिस्टम के साथ आपकी जानकारी पूरी तरह से मैच हो जाए. ऐसा करने से आपका अकाउंट वेरिफाई हो जाएगा और ये ट्रांजेक्शन अपने आप फेल हो जाएगी. जैसे ही आपका अकाउंट वेरिफाई हो जाएगा, तो आपका अटका हुआ कैशबैक भी आपके अकाउंट में जुड़ जाएगा. ये एक पूरा प्रोसेस है. और हां, मैं लाइन पर ही रहूंगा. एक बार अपना बैलेंस चेक करके मुझे कन्फर्म करवा देना.
अतुल को अब पूरी तरह से मयंक पर विश्वास हो गया. थोड़ा सकुचाते हुए उसने अपनी UPI PIN डाली और ओके पर क्लिक किया. उधर, कॉल करने वाले मयंक के पास पैसा पहुंचा . पैसा मिलते ही मयंक ने तुरंत फोन काट दिया. फिर जब अतुल ने उसको वापस फोन किया तो एक ही जवाब हाथ आया कि “आपने जिस नंबर पर फोन लगाया है, वह फिलहाल नेटवर्क कवरेज क्षेत्र से बाहर है.”
अतुल को अब ये समझ आ गया कि उसको बलि का बकरा बनाया जा चुका है और उसके अकाउंट से 23 हजार 455 रुपये का फ्रॉड कर दिया गया है. इसी कारण कहा जाता है कि ध्यान से सोच समझ कर पैसों के मामले में काम करना चाहिए. थोड़े से पैसों को लालच में बड़ा नुकसान सही नहीं. किसी से भी अपना यूपीआई आईडी शेयर ना करें और इस तरह की कॉल से सदैव बच कर रहें. कोई भी बैंक या ऐप किसी तरह का इतना बड़ा कैशबैक नहीं देते है. इसीलिए सावधान रहें सतर्क रहें.