हरियाणा के छोरे पहलवान बजरंग पुनिया ने शनिवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए 65 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीत लिया है। बजरंग ने इस तरह भारत की झोली में चौथा कांस्य और कुल छठा पदक डाला है। माकुहारी मेसे हॉल-ए मैट बी पर बजरंग का सामना कजाकिस्तान के दौलत नियाबेकोव से था। बजरंग ने शुरुआत से ही बढ़त बनाए रखते हुए इस मुकाबले को 8-0 से अपने नाम किया और विश्व चैम्पियनशिप, एशियाई चैम्पियनशिप और एशियाई खेलों के बाद अपने नाम ओलंपिक पदक भी कर लिया है।
बजरंग ने राउंड आफ-8 मुकाबले में किर्गिस्तान के इरनाजार अकामातालीव को हराया था। इसके बाद वह क्वार्टर फाइनल में ईरान के मुर्तजा घियासी के खिलाफ विजयी रहे थे लेकिन सेमीफाइनल में वह अजरबैजान के हाजी अलीयेव के हाथों बुरी तरह हार गए थे।
मुकाबले की बात करें तो बजरंग पूनिया ने पहले राउंड में डिफेंसिव खेल दिखाया। मैच रेफरी ने उनके खिलाफ पैसिविटी समय (असक्रिय रहने का जुर्माना) शुरू किया, जिसके चलते मोर्टेजा को एक अंक जरूर मिला, लेकिन बजरंग घबराए नहीं। पहले राउंड के बजरंग 0-1 से पिछड़ते दिखे, हालांकि मुकाबले के आखिर के कुछ समय में बजरंग ने पहले एक अंक हासिल किया और फिर अपने विरोधी को चित करके मुकाबला जीत लिया। इससे पहले उन्होंने प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में कजाकिस्तान के अकमातालिएव एर्नाजार को हराया था।