उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी गर्मी बढ़ गयी है। सोमवार को नई दिल्ली में समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीतिक हलचलें तेज हो गयी हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को ट्विटर पर दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के मुलाकात की तस्वीरें साझा की हैं। ज्ञात हो कि मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को संसद के सत्र में भी भाग लिया है। अखिलेश ने जो फोटो साझा की, उसमें दोनों ही नेता चाय पीते नजर आ रहे हैं।
मुलाकात के बाद लालू यादव ने किया ट्वीट
मुलाकात के बाद लालू यादव ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि देश के वरिष्ठतम समाजवादी साथी आदरणीय श्री मुलायम सिंह जी से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। खेत-खलिहान, गैर-बराबरी, अशिक्षा, किसानों, गरीबों व बेरोजगारों के लिए हमारी सांझी चिंताएं और लड़ाई है। आज देश को पूंजीवाद और सम्प्रदायवाद नहीं बल्कि लोकसमता एवं समाजवाद की अत्यंत आवश्यकता है।
देश के वरिष्ठतम समाजवादी साथी आदरणीय श्री मुलायम सिंह जी से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना।खेत-खलिहान,ग़ैर-बराबरी, अशिक्षा,किसानों,गरीबों व बेरोजगारों के लिए हमारी सांझी चिंताएँ और लड़ाई है।
आज देश को पूंजीवाद और सम्प्रदायवाद नहीं बल्कि लोकसमता एवं समाजवाद की अत्यंत आवश्यकता है। pic.twitter.com/XWA2goMjG8
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) August 2, 2021
जमानत पर बाहर आए लालू प्रसाद यादव अभी नई दिल्ली में ही अपनी बेटी और सांसद मीसा भारती के आवास पर हैं। लालू यादव ने गत दिनों राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी। मुलायम सिंह यादव से पहले समाजवादी पार्टी के ही नेता रामगोपाल यादव ने भी लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी। रामगोपाल यादव भी शरद पवार के साथ ही लालू यादव से मिले थे। इन मुलाकातों के साथ एक चुनावी समीकरण की आहट सुनाई देने लगी हैं। ज्ञात हो कि ये मुलाकातें अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले हो रही हैं। यूपी चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और एनसीपी का गठबंधन हुआ है, इसके अलावा अन्य विपक्षी दल भी समाजवादी पार्टी के साथ आ सकते हैं। समाजवादी पार्टी अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेष चुनाव की तैयारियों में जुटी है। सपा ने तय किया है कि इस बार वो किसी बड़े राजनीतिक दल से गठबंधन नहीं करेगी। सपा छोटे दलों के साथ गठबंधन जरूर कर रही है और इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेष यादव ने छोटे दलों को प्रस्ताव भी दिया है।