जुलाई का महीना चल रहा है. पंचाग के अनुसार आने वाले 25 जुलाई 2021 दिन रविवार बहुत विशेष है. इसी दिन से पवित्र सावन मास यानि की श्रावण का महीना शुरु होने वाला है. सावन का महिना भगवान शिव को बहुत प्रिय है. सावन के महीने में सोमवार को अधिक महत्व दिया जाता है. सावन के सोमवार को लोग व्रत रखते हैं और भगवान शिव की पूजा याचना करते हैं. 26 जुलाई को सावन का पहला सोमवार पड़ रहा है. इससे पहले ही 25 को पंचक शुरु होने वाला है.
जुलाई में कब है पंचक ? (Panchak July 2021)
हिंदू पंचाग के अनुसार आने वाले 25 जुलाई 2021 दिन रविवार को रात 10 बजकर 45 मिनट से पंचक आरंभ हो जाएगा और इसकी समाप्ति 30 जुलाई 2021 शुक्रवार दोपहर 2 बजकर 3 मिनट पर होगी.
इन कामों में पंचक में करना माना जाता है वंचित
पंचक में 5 ऐसे काम होते हैं, जिनको करना वर्जित किया गया है. बता दें कि पंचक काल में लकड़ी को एकत्रित नहीं करना चाहिए, पलंग खरीदना और घर में लाना या फिर उसका निर्माण करवाना वर्जित है. घर की छत का निर्माण कराना और दक्षिण दिशा की यात्रा आदि करना बहुत ही अशुभ माना गया है. इन कार्यों को भूल से भी ना करें. इन सभी कार्यों को पंचक काल में नहीं किया जाना चाहिए.
कैसे लगता है पंचक काल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पंचक का निर्माण तब होता है जब चन्द्रमा, कुंभ और मीन राशि पर विराजमान होता है. तो इस समय में ही पंचक काल का निर्माण होता है. पंचांग के अनुसार 25 जुलाई, रविवार को चंद्रमा 22 बजकर 49 मिनट पर मकर राशि के बाद कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. पंचक काल के दौरान घनिष्ठा से रेवती तक जो भी पांच नक्षत्र होते हैं, उन्हे पंचक कहा जाता है. ये नक्षत्र घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र होते हैं.