देश में कोरोना महामारी के चलते देश के सभी विद्यालय और महाविद्यालो को बंद कर दिया गया था। जिसके चलते सभी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं चल रही थी वहीं दूसरी तरफ कोरोना की दूसरी लहर आते ही एक बार फिर कोरोना ने पूरे देश को तबाह करके रख दिया था। वहीं अब कोरोना की स्थिति पहले से सामान्य होने पर कई राज्यों की सरकार ने एक बार फिर से स्कूलों को खोलने का फैसला लिया है। वहीं कई राज्य इस पर अभी भी विचार कर रहे हैं।
गुजरात और दिल्ली समेत कई राज्यों में कोरोना के मामलों में गिरावट आने के बाद गुरुवार से स्कूलों को खोलने का फैसला किया है। लेकिन कोरोना संबंधित सभी नियमों का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया गया है, जिसमें सभी विद्यार्थियों और टीचरों को मास्क पहनना और शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य है।
वही दूसरे तरफ महाराष्ट्र सरकार राज्य में स्कूलों को खोलने के मामले में बहुत फूंक-फूंक कदम रख रही है। महाराष्ट्र सरकार ने उन क्षेत्रों में कक्षा 8वीं-12वीं के छात्रों के लिए स्कूल फिर से खोल दिए हैं, जहां कोरोना वायरस के मामले सबसे कम थे। राज्य सरकार द्वारा स्कूलों के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को बनाने, ग्राम पंचायतों से अनुमति लेने और बच्चों को स्कूल भेजने के संबंध में माता-पिता के साथ बातचीत के बाद ये फैसला लिया है। उन्होने बताया कि किसी भी बच्चे को स्कूल में प्रवेश लेने के लिए जबरदस्ती नहीं की जाएगी अन्यथा उनके माता और पिता की सहमति होने साथ ही बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा।
बता दें कि कोरोना की स्थिति सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश में ख़राब थी उसके चलते कुछ विद्यालय बच्चों को लेकर लापरवाही कर रहे है। और विद्यालय को खोलने का फैसला भी ले रहे है। बताया जा रहा है की कोरोना की स्थिति से उभर रहे मध्य प्रदेश ने 26 जुलाई से स्कूल खोलने का फैसला किया है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विचार करते हुआ कहा कि अभी 11वीं और 12वीं कक्षाओं की पढ़ाई 50 फीसदी क्षमता के साथ शुरू की जाएगी। कोरोना को देखते हुए यह बताया की अगर सब कुछ सही रहा तो अगस्त में अन्य कक्षाओं की पढ़ाई भी शुरू करने के संबंध में फैसला लेंगे। उसके साथ ही कोरोना की तीसरी लहर की आशंका है लेकिन प्रदेश में वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर स्थिति नियंत्रण में रहती है तो 15 अगस्त से क्रमबद्घ तरीके से नौवीं-10वीं और फिर मिडिल एवं प्राइमरी कक्षाएं भी शुरू की जाने की संभावना है पूरी शक्ति के साथ स्कूल खोला जाएगा।
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को फिर से खोल दिया है। लेकिन वहीं, छात्रों को अभी भी अगले आदेश तक स्कूल आने की अनुमति नहीं दी गई है। फिलहाल राज्य में ऑनलाइन पढ़ाई ही जारी हैं। जिसके जरिये बच्चो की पढ़ाई चल रही है।