आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताबी मुकाबला भारतीय टीम हार चुकी है. इंग्लैंड के साउथैंप्टन में खेले गए इस महामुकाबले में विराट कोहली की अगुआई वाली टीम इंडिया को केन विलियमसन की कप्तानी वाली न्यूजीलैंड की टीम ने आठ विकेट से शिकस्त दी थी. इसी के साथ विराट कोहली का बतौर कप्तान अपना पहला आईसीसी टूर्नामेंट जीतने का सपना एक बार फिर चकनाचूर हो गया. हालांकि इस फाइनल के खत्म होने के बाद महेंद्र सिंह धोनी जैसा हुनर रखने वाले खिलाड़ी ने संन्यास ले लिया. संन्यास लेने वाले इस खिलाड़ी की बात इसलिए हम कर रहे हैं क्योंकि आज यानी 9 जुलाई को उनका जन्मदिन है.
दरअसल, न्यूजीलैंड (New Zealand Cricket Team) के विकेटकीपर बल्लेबाज बीजे वाटलिंग (BJ Watling) ही वो क्रिकेटर हैं जिन्होंने आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. वाटलिंग का जन्म 9 जुलाई 1985 को साउथ अफ्रीका के डरबन में हुआ था. वाटलिंग जब दस साल के थे तभी उनका परिवार साउथ अफ्रीका से न्यूजीलैंड आकर बस गया. इसके बाद अंडर19 वर्ल्ड कप में भी उन्होंने हिस्सा लिया जो 2004 में खेला गया था. साल 2008 में उन्होंने हैमिल्टन सीनियर क्लब फाइनल में 378 रनों का बड़ा स्कोर बनाया. छह दिसंबर 2004 में उन्होंने नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट के लिए ऑकलैंड के खिलाफ फर्स्ट क्लास डेब्यू किया.
जानिए न्यूजीलैंड के दिग्गज विकेटकीपर वाटलिंग को…
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी उनका सितारा जल्द ही चमकने लगा और 11 दिसंबर 2009 को पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने अपना टेस्ट डेब्यू किया. 13 अगस्त 2010 को श्रीलंका के खिलाफ वनडे क्रिकेट में आगाज किया तो पहला टी20 मैच 12 नवंबर 2009 को पाकिस्तान के खिलाफ ही खेला. दाएं हाथ के बल्लेबाज बीजे वाटलिंग ने 75 टेस्ट, 28 वनडे और 5 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लिया. टेस्ट में उन्होंने 37.89 की औसत से 3789 रन बनाए. आठ शतक के अलावा 19 अर्धशतक भी लगाए. इस प्रारूप में 262 कैच और 8 स्टंप भी वाटलिंग ने किए. वाटलिंग ने जो 28 वनडे खेले हैं उनमें 24.91 की औसत और पांच अर्धशतकों की मदद से 573 रन बनाए. 20 कैच लपकने वाले वाटलिंग ने न्यूजीलैंड के लिए 5 टी20 मैच में सिर्फ 38 रन बनाए हैं.