लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में विरासत की जंग और तेज हो गई है। चाचा-भतीजा (पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान) की लड़ाई सड़क पर आ गई है। बुधवार को पटना से लेकर दिल्ली तक पारस-चिराग के समर्थकों ने हंगामा बरपा रखा। पटना में पारस के समर्थकों ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर कब्जा जमा लिया और चिराग से जुड़े पोस्टर-बैनर का फाड़ दिए। आज पारस समर्थक पटना में एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। पारस आज चिराग के आरोपों व सवालो के जवाब भी देंगे। इस बीच पारस को संसदीय दल का नेता बनाने का विरोध करते हुए चिराग पासवान ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है।
अध्यक्ष के चुनाव को ले राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक
पशपुति पारस बुधवार को पटना पहुंचे। इसके बाद आज वे सांसद सूरजभान के आवास पर राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक करेंगे। पूर्वाह्न 11 बजे होने जा रही राष्ट्रीय कार्यसमिति की इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने बताया कि बैठक में राष्ट्रीय कार्यसमिति व प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों, सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्षों, जिलाध्यक्षों, दलित सेना के जिलाध्यक्षों समेत विशेष आमंत्रित सदस्यों को आमंत्रित किया गया है।
पारस ने बैठक कर तय की आगे की रणनीति
इसके पहले बुधवार को पशुपति कुमार पारस ने अपने आवास पर करीबियों के साथ बैठक की और आगे की रणनीति पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि चिराग पासवान द्वारा लगाए गए आरोपों का वे गुरुवार को जवाब देंगे। उन्होंने दोहराया कि उनके साथ पार्टी के 99 फीसद लोग हैं और वे आगे बढ़ चुके हैं। उन्हें अपने बड़े भाई रामविलास पासवान के सपनों को पूरा करना है और उनके बताए मार्ग पर वे पार्टी को आगे ले जाने के लिए सबको साथ जोड़ेंगे।
चिराग ने लिखा लोकसभा अध्यक्ष को पत्र
उधर, चिराग पासवान ने पशुपति कुमार पारस को लोजपा संसदीय दल का नेता मनोनीत करने पर विरोध जताते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि यह नियम के खिलाफ है। पार्टी के संविधान के अनुच्छेद-26 के मुताबिक, केंद्रीय संसदीय बोर्ड ही यह तय करने के लिए अधिकृत है कि लोकसभा में पार्टी का नेता कौन होगा। चिराग ने लोकसभा अध्यक्ष से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है और कहा है कि वे लोकसभा में लोजपा के नेता के तौर पर उन्हेंं मान्यता देने से संबंधित सर्कुलर जारी करें। मंगलवार को चिराग ने ओम बिरला को चिट्ठी लिखकर पांच सांसदों को बर्खास्त करने के पार्टी के फैसले के बारे में सूचित किया था। अब चिराग को लोकसभा अध्यक्ष के जवाब का इंतजार है। वैसे लोजपा के प्रधान महासचिव संजय पासवान ने बताया कि चिराग पासवान हर जरूरी कानूनी सलाह भी ले रहे हैं।
पारस समर्थक का पार्टी कार्यालय पर कब्जा
इसके पहले बुधवार को पटना एयरपोर्ट पर पारस पशुपति कुमार पारस पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद सूरजभान सिंह तथा सांसद चंदन सिंह के साथ दिल्ली से पटना पहुंचे। एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही उन्हें समर्थकों ने हाथोंहाथ लिया और जिंदाबाद के नारे लगाए। वहीं, चिराग समर्थकों ने उन्हें काला झंडा दिखाया। हालांकि पुलिस और पारस समर्थकों ने उन्हें भगा दिया। एयरपोर्ट से पारस अपने समर्थकों के काफिले के साथ लोजपा कार्यालय पहुंचे। कार्यालय के बाहर चिराग समर्थकों ने मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए विरोध करने की कोशिश की, पर उनकी एक न चली। इतना ही नहीं, समर्थकों ने पारस के संसदीय दल के नेता चुने जाने पर बधाई का बड़ा बैनर लोजपा के गेट पर लगा दिया। सूरजभान सिंह व सांसद चंदन सिंह के साथ दफ्तर पहुंचकर पशुपति पार्टी अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे। पारस के समर्थकों ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर कब्जा जमा लिया और चिराग से जुड़े पोस्टर-बैनर का फाड़ दिया।