अमेरिका ने रूस पर आरोप लगाया है कि वो पश्चिमी देशों पर साइबर अटैक कर अरबों की चपत लगाने वाले साइबर क्रिमिनल्स के लिए सेफ हैवेन की तरह है. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि रूस तब तक उन्हें कुछ नहीं बोलता, जब तक उनकी तरफ से रूस या उसके मित्र देशों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता.
वॉशिंगटन पोस्ट का दावा
अमेरिकी मीडिया आउटलेट वॉशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हालिया समय में अमेरिका पर साइबर अटैक बढ़ा है. इन हमलावरों में एक बात कॉमन है कि इनका संबंध किसी न किसी तरह से रूस के साथ है. वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक इन हैकरों को रूस में शरण मिली हुई है, ताकि वो अमेरिका और पश्चिमी देशों को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचा सके. रूस इन्हें इसलिए भी बर्दाश्त करता है, क्योंकि मॉस्को को लगता है कि वो हैकर रूस पर हमले नहीं करेंगे.
पुतिन ने किया था इशारा
साल 2016 में एनबीसी को दिये इंटरव्यू में व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि वो अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप करने वाले लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकते, क्योंकि रूसी कानून के मुताबिक उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया. ऐसे में उन पर कानूनी कार्रवाई का कोई आधार नहीं बनता.
जिनेवा में पुतिन-बाइडन के बीच हो सकती है बातचीत
रूसी सरकार और रैंसमवेयर क्रिमिनल्ल के बीच संबंधों को लेकर जिनेवा में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच बातचीत हो सकती है. यही नहीं, इस मुद्दे को लेकर दोनों पक्षों में तनाव बढ़ने की भी आशंका है